International Relation : ईरान पर फिर कसौटी की तलवार,जानें UN ने क्यों लगाया बैन, क्या है इसके पीछे की कहानी?
News India Live, Digital Desk: International Relation : संयुक्त राष्ट्र ने एक बार फिर ईरान पर प्रतिबंधों को सक्रिय करने की पुष्टि की है. यह खबर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी चर्चा में है और इसके ईरान पर गहरे असर पड़ने की संभावना है. इस कदम का सीधा संबंध ईरान के परमाणु कार्यक्रम और उसकी वैश्विक नीतियों से है, जिसने कई वर्षों से विश्व शक्तियों के साथ तनाव बढ़ा रखा है.
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र ने ईरान पर दोबारा से प्रतिबंध इसलिए लगाए हैं, क्योंकि उसने 2015 के परमाणु समझौते यानी ज्वाइंट कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन (JCPOA) के कुछ महत्वपूर्ण प्रावधानों का कथित तौर पर उल्लंघन किया है. यह समझौता ईरान को अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने के बदले प्रतिबंधों से राहत देने के लिए किया गया था. हालांकि, ईरान पर लंबे समय से यह आरोप लगता रहा है कि वह इस समझौते की शर्तों का पालन पूरी तरह से नहीं कर रहा है, और यही वजह है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अब इन प्रतिबंधों को दोबारा से लागू करने का फैसला किया है.
इन प्रतिबंधों के सक्रिय होने से ईरान को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. आर्थिक रूप से, ईरान को अंतरराष्ट्रीय व्यापार और बैंकिंग क्षेत्र में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. इसका सीधा असर उसकी अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा, जिससे वहां के आम नागरिकों को भी मुश्किलें झेलनी पड़ सकती हैं. साथ ही, यह ईरान की उन क्षमताओं को भी सीमित करेगा जिनका उपयोग वह अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ाने में कर सकता है. प्रतिबंधों में हथियारों के आयात और निर्यात पर रोक, वित्तीय लेन-देन पर कठोरता, और यात्रा प्रतिबंध जैसी चीजें शामिल हो सकती हैं.
इस फैसले को लेकर ईरान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया है. वहीं, अमेरिका और कुछ पश्चिमी देशों ने संयुक्त राष्ट्र के इस कदम का समर्थन किया है. यह देखना दिलचस्प होगा कि ईरान इस स्थिति का सामना कैसे करता है और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में यह नया मोड़ क्या रंग लाता है. कुल मिलाकर, इन प्रतिबंधों से ईरान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव और बढ़ने वाला है, और इसके दीर्घकालिक परिणाम वैश्विक राजनीति में अहम बदलाव ला सकते हैं.
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