पाकिस्तान की आवाम पर महंगाई की चौतरफा मार, अक्टूबर में कीमतें आसमान पर
News India Live, Digital Desk : पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में आम आदमी के लिए मुश्किलें और बढ़ गई हैं। अक्टूबर 2025 में महंगाई दर बढ़कर 6.2% पर पहुंच गई है, जो इस साल का सबसे ऊंचा स्तर है।खाने-पीने की चीजों से लेकर घर के किराए और बिजली तक, हर चीज महंगी होती जा रही है, जिससे लोगों के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी मुश्किल हो गया है।
बाढ़ और बंद बॉर्डर ने बिगाड़ा खेल
इस बेतहाशा महंगाई के पीछे दो मुख्य कारण बताए जा रहे हैं। पहला, पंजाब प्रांत में आई विनाशकारी बाढ़, जिसने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया और सप्लाई चेन को तोड़ दिया। दूसरा बड़ा कारण अफगानिस्तान के साथ लगने वाले तोरखम और स्पिन बोल्डक जैसे प्रमुख व्यापारिक रास्तों का बंद होना है इन रास्तों के बंद होने से फलों और सब्जियों जैसी जरूरी चीजों से लदे सैकड़ों ट्रक फंसे हुए हैं, जिससे बाजार में माल की कमी हो गई है और कीमतें आसमान छू रही हैं।
किन चीजों के दाम सबसे ज्यादा बढ़े?
आंकड़ों के मुताबिक, टमाटर की कीमतों में 126.96% की भारी बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह, चीनी 34.83% और गेहूं 22.56% महंगा हो गया है। खाद्य पदार्थों के अलावा, कपड़े, जूते, और घर के किराए जैसी चीजों के दाम भी बढ़े हैं।
अर्थव्यवस्था की हालत भी खस्ता
पाकिस्तान की समस्या सिर्फ महंगाई तक ही सीमित नहीं है। देश एक गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। अस्थिर नीतियां, भारी टैक्स और कमजोर शासन के कारण विदेशी निवेशक देश से दूरी बना रहे हैं। देश के अपने उद्योगपति भी अपना कारोबार दूसरे देशों में ले जा रहे हैं, जिससे बेरोजगारी की समस्या, खासकर युवाओं में, और भी गंभीर हो गई है। विश्व बैंक ने भी बाढ़ के असर को देखते हुए पाकिस्तान की आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटा दिया है।
कुल मिलाकर, पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था एक ऐसे मुश्किल दौर में है, जहां एक तरफ महंगाई आम आदमी की कमर तोड़ रही है, तो दूसरी तरफ बाढ़ और राजनीतिक अस्थिरता जैसी चुनौतियां देश के भविष्य पर सवालिया निशान लगा रही हैं।
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