Indus Waters Treaty : बाढ़ से पहले भारत ने पाकिस्तान को दिया बड़ा अलर्ट, सिंधु जल संधि के तहत भेजा गया ये चेतावनी
News India Live, Digital Desk: Indus Waters Treaty : भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा तनावपूर्ण रहने वाले संबंधों में अब एक नया अध्याय जुड़ गया है – वो भी बाढ़ के अलर्ट (Flood Alert) का! खबर है कि भारत ने पाकिस्तान को बाढ़ के संबंध में एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है, जो सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) के तहत की गई है. यह अलर्ट जम्मू क्षेत्र से बहने वाली रावी (Ravi), चेनाब (Chenab) और तावी (Tawi) जैसी नदियों के जल स्तर में संभावित वृद्धि से संबंधित है. यह घटना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि दोनों देश जल विवाद को लेकर पहले भी आमने-सामने आ चुके हैं.
सिंधु जल संधि, जो भारत और पाकिस्तान के बीच नदियों के जल-बंटवारे के लिए एक ऐतिहासिक समझौता है, इसके तहत भारत को यह अधिकार और ज़िम्मेदारी है कि वह पाकिस्तान को नदी जल के प्रवाह में होने वाले किसी भी महत्वपूर्ण बदलाव की जानकारी दे. भारत ने अपनी इसी जिम्मेदारी को निभाते हुए पाकिस्तान को आगाह किया है कि ऊपर के क्षेत्रों में हुई भारी बारिश और ग्लेशियर पिघलने के कारण इन नदियों, विशेषकर तावी नदी, का जल स्तर तेज़ी से बढ़ सकता है.
यह चेतावनी इसलिए भी गंभीर मानी जा रही है क्योंकि अगर तावी नदी या अन्य नदियों में बाढ़ आती है, तो इसका सीधा असर पाकिस्तान के निचले इलाकों पर पड़ सकता है, जिससे वहाँ जानमाल का भारी नुकसान हो सकता है. भारत का यह कदम पड़ोसी देश के प्रति एक सद्भावनापूर्ण इशारे के रूप में देखा जा रहा है, ताकि पाकिस्तान समय रहते बाढ़ से निपटने की तैयारी कर सके और जानमाल के नुकसान को कम किया जा सके.
हालांकि, दोनों देशों के बीच राजनायिक संबंध अभी भी पेचीदा हैं, लेकिन ऐसी प्राकृतिक आपदाओं की चेतावनी का आदान-प्रदान इस बात का प्रतीक है कि कम से कम ऐसे मामलों में सहयोग की संभावनाएँ हमेशा बनी रहती हैं. यह अलर्ट भारतीय जल-संसाधन प्रबंधन और निगरानी प्रणाली की कुशलता को भी दर्शाता है. अब देखना यह होगा कि पाकिस्तान इस चेतावनी पर क्या प्रतिक्रिया देता है और बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए क्या कदम उठाता है.
--Advertisement--