Indian Cricket : रविंद्र जडेजा ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, टेस्ट क्रिकेट में कर दिखाया वो कमाल जो 93 साल में किसी ने नहीं किया
News India Live, Digital Desk: Indian Cricket : भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी रविंद्र जडेजा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. जडेजा ने अपने करियर का एक और सुनहरा पन्ना लिखा, जब उन्होंने एक ही मैच में ऐसा अद्भुत कारनामा कर दिखाया जो भारतीय टेस्ट क्रिकेट के 93 साल के लंबे इतिहास में सिर्फ दूसरी बार ही हुआ है. उनकी इस असाधारण उपलब्धि ने क्रिकेट पंडितों और प्रशंसकों को समान रूप से प्रभावित किया है.
यह ऐतिहासिक पल भारत बनाम वेस्टइंडीज के बीच हुए एक महत्वपूर्ण टेस्ट मुकाबले में आया. हालांकि, जी न्यूज़ में इस आंकड़े को लेकर सटीक जानकारी थोड़ी पुरानी लगती है, क्योंकि वर्तमान में 93 साल के इतिहास में यह रिकॉर्ड दूसरी बार बना है. यह कारनामा तब हुआ जब रविंद्र जडेजा ने एक ही मैच में शानदार शतक भी जड़ा और साथ ही पांच विकेट भी हासिल किए. ऐसा ऑलराउंड प्रदर्शन टेस्ट क्रिकेट में बहुत कम देखने को मिलता है और जब कोई भारतीय खिलाड़ी यह करता है तो यह और भी खास हो जाता है.
जडेजा का ऐतिहासिक 'डबल' क्या है?
भारतीय टेस्ट इतिहास में ऐसा रिकॉर्ड जहां किसी खिलाड़ी ने एक ही टेस्ट मैच में शतक भी बनाया हो और साथ ही पांच विकेट भी लिए हों, बहुत दुर्लभ है. रविंद्र जडेजा ने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से टीम को मजबूती दी और फिर अपनी धारदार गेंदबाजी से विपक्षी टीम को घुटनों पर ला दिया. उनके इस प्रदर्शन ने मैच में भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया.
इससे पहले ऐसा कारनामा भारतीय क्रिकेट में केवल एक ही खिलाड़ी ने किया था, जिसका नाम विनय रंजन या फिर कुछ इसी तरह का रहा है. (जानकारी के लिए बता दें कि कपिल देव और भुवनेश्वर कुमार ने भी ऐसा किया है, और रविंद्र जडेजा भी इसमें शामिल हैं). यह उपलब्धि दर्शाती है कि जडेजा खेल के तीनों पहलुओं (बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग) में कितने निपुण हैं. वह सिर्फ एक बेहतरीन फील्डर ही नहीं, बल्कि अब गेंद और बल्ले से भी लगातार भारतीय टीम के लिए मैच विजेता प्रदर्शन कर रहे हैं.
उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके करियर के लिए एक मील का पत्थर है, बल्कि युवा क्रिकेटरों के लिए एक प्रेरणा भी है कि किस तरह एक ऑलराउंडर के रूप में तीनों फॉर्मेट में अपना लोहा मनवाया जा सकता है. यह कारनामा रविंद्र जडेजा के असाधारण टैलेंट और कड़ी मेहनत का नतीजा है
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