India US Relations : क्या एलन मस्क ने भारत के भावी अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर को साँप कहा था
News India Live, Digital Desk: India US Relations : अभी हाल ही में खबर आई है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के लिए अपने खास और भरोसेमंद सहयोगी सर्जियो गोर को अगले राजदूत के तौर पर नामित किया है. सर्जियो अभी 38 या 39 साल के हैं और अगर अमेरिकी सीनेट ने उनके नाम पर मुहर लगा दी, तो वो भारत के सबसे युवा अमेरिकी राजदूत होंगे. वो इस समय व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति के स्टाफ से जुड़े एक खास पद पर काम कर रहे हैं.
ट्रंप ने खुद सर्जियो को अपना "महान दोस्त" बताया है, जिन पर उन्हें अपनी सारी योजनाओं को सफल बनाने का "पूरा भरोसा" है. ये भी खबर है कि पिछले दिनों भारत के उद्योगपति मुकेश अंबानी से व्हाइट हाउस में जो मुलाकात हुई थी, उसमें सर्जियो गोर ने भी अहम भूमिका निभाई थी.
पर क्या एलन मस्क ने उन्हें 'साँप' कहा था?
हां, ऐसा कुछ हुआ था, जो सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियों में रहा था! हुआ यूँ था कि सर्जियो गोर का नाम एक विवाद से जुड़ा है, जहाँ एलन मस्क ने एक ट्वीट में उन्हें 'साँप' तक कह दिया था. यह पूरा मामला उनके सिक्योरिटी क्लीयरेंस यानी सुरक्षा मंज़ूरी से जुड़ा था.
एलन मस्क ने अपने एक ट्वीट में आरोप लगाया था कि सर्जियो गोर को अपनी सुरक्षा मंज़ूरी की प्रक्रिया पूरी करनी बाकी है और वो तब तक व्हाइट हाउस में अस्थायी मंज़ूरी के साथ काम कर रहे हैं. मस्क ने तो यह भी कहा था कि वो एक ऐसे व्यक्ति हैं जिनके हाथ से किसी तरह एक ईमेल मस्क तक पहुँच गया था, जहाँ उन्हें अपना डिफेंस कॉन्ट्रैक्टर सिक्योरिटी क्लीयरेंस कराने की बात कही जा रही थी, ताकि वो एक बहुत ही टॉप-सीक्रेट लेवल के पद पर काम कर सकें. मस्क ने इन बातों को "झूठा", "साँप जैसा" और "काफी परेशानी वाला" बताया था.
हालांकि, व्हाइट हाउस ने मस्क के इन दावों को पूरी तरह से नकार दिया था. उनका कहना था कि सर्जियो गोर के सारे दस्तावेज़ पूरे थे और उनकी सुरक्षा मंज़ूरी भी पूरी तरह से वैध थी.
सर्जियो गोर का जन्म 1986 में तत्कालीन सोवियत संघ के उज़्बेकिस्तान में हुआ था. वो 1999 में अपने परिवार के साथ अमेरिका आ गए थे. उनकी पहचान एक मेहनती और विश्वसनीय व्यक्ति के रूप में रही है, और वो ट्रंप के सबसे भरोसेमंद लोगों में से एक हैं.
अब भारत के राजदूत बनने की दौड़ में शामिल इस युवा अधिकारी को लेकर मस्क का यह 'साँप' वाला बयान फिर से चर्चा में आ गया है. यह देखना दिलचस्प होगा कि यह पूरा विवाद उनकी भारत में संभावित नियुक्ति को किस तरह प्रभावित करता है.
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