भारत-ब्रिटेन और मालदीव के साथ बड़े समझौतों की तैयारी, पीएम मोदी का ऐतिहासिक दौरा
PM Modi, India-UK FTA: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ब्रिटेन और मालदीव दौरा, बड़े व्यापार समझौते पर होंगे हस्ताक्षर, विदेश मंत्रालय के अनुसार, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारर के निमंत्रण पर पीएम मोदी चौथी बार ब्रिटेन की यात्रा पर हैं। इस दौरान दोनों नेता भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय संबंधों के अलावा क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस हफ़्ते ब्रिटेन और मालदीव की यात्रा पर जाएँगे। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और मज़बूत करना है। ख़ास तौर पर, भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को अंतिम रूप देने की तैयारी चल रही है, जिससे 2030 तक दोनों देशों के बीच 60 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार दोगुना हो सकता है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी मालदीव के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होकर भारत-मालदीव संबंधों को नई गति देंगे।
भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता
भारत और ब्रिटेन के बीच यह मुक्त व्यापार समझौता मई 2025 में तय हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान 23-24 जुलाई को इस समझौते पर आधिकारिक मुहर लगेगी। इस समझौते से भारत के कपड़ा, चमड़ा और इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। वहीं दूसरी ओर, ब्रिटेन से आने वाली व्हिस्की, कारों और चिकित्सा उपकरणों पर कर कम हो जाएँगे।
इस समझौते की एक अहम बात यह है कि भारतीय कामगारों को ब्रिटेन में काम करते हुए तीन साल तक सामाजिक सुरक्षा अंशदान नहीं देना होगा, जिससे नियोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी। इसके अलावा, भारत को अपनी 99% टैरिफ लाइनों पर कर छूट की सुविधा मिलेगी, जो लगभग पूरे व्यापार को कवर करेगी। ब्रिटेन को भी 90% टैरिफ लाइनों पर कर से राहत मिलेगी।
इससे क्या लाभ होंगे?
इस समझौते से भारत के कपड़ा, चमड़ा, जूते, आभूषण, दवा, कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य जैसे क्षेत्रों को बांग्लादेश और वियतनाम जैसे देशों पर बड़ा लाभ मिलेगा। इस समझौते के तहत 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार 120 अरब डॉलर तक पहुँच सकता है, जो वर्तमान 60 अरब डॉलर से दोगुना है।
मालदीव की यात्रा: रिश्तों में एक नया आयाम
प्रधानमंत्री मोदी 25-26 जुलाई को मालदीव की यात्रा पर जाएँगे, जहाँ वे मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस दौरान वे मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़ू से मुलाकात करेंगे और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
यह यात्रा विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि मालदीव के राष्ट्रपति मोई की हालिया नीतियों के कारण भारत-मालदीव संबंधों में ठंडक आई है। इस यात्रा से दोनों देशों के संबंधों में नई गति आने की उम्मीद है। दोनों नेता अक्टूबर 2024 में मोई की भारत यात्रा के दौरान सहमत 'व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी' को आगे बढ़ाने पर भी चर्चा करेंगे।
इसका क्या प्रभाव होगा?
ये दोनों यात्राएँ भारत की वैश्विक राजनीतिक और आर्थिक स्थिति को और मज़बूत करेंगी। ब्रिटेन के साथ मुक्त व्यापार समझौता भारत के श्रम-प्रधान क्षेत्रों को वैश्विक बाज़ार में प्रतिस्पर्धी बनाएगा, जबकि मालदीव के साथ संबंधों में गर्मजोशी भारत की दक्षिण एशियाई नेतृत्वकारी भूमिका को और मज़बूत करेगी।
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