India Cricket Team : लॉर्ड्स टेस्ट में जडेजा की वीरगाथा गौतम गंभीर ने बांधे तारीफ़ों के पुल
News India Live, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज़ और अब आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटॉर गौतम गंभीर ने 2014 के लॉर्ड्स टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा के असाधारण प्रदर्शन को याद करते हुए उनकी खूब सराहना की है। गंभीर ने उस मैच में जडेजा के ऑलराउंड प्रदर्शन को अविश्वसनीय बताते हुए उनकी जुझारू प्रवृत्ति और मैदान पर उनकी हिम्मत की प्रशंसा की है।
साल 2014 के उस इंग्लैंड दौरे पर, भारतीय टीम 17 साल के लंबे इंतज़ार के बाद इंग्लैंड में एक टेस्ट मैच जीतने में कामयाब हुई थी, और इस जीत के मुख्य वास्तुकारों में रवींद्र जडेजा एक थे। उस टेस्ट में, विशेष रूप से दूसरी पारी में, भारतीय टीम मुश्किल में थी जब एक छोर से नियमित अंतराल पर विकेट गिर रहे थे। ऐसे नाजुक क्षण में, रवींद्र जडेजा ने बल्ले से एक बेहतरीन और मैच बदलने वाली पारी खेली थी। उन्होंने सिर्फ 68 गेंदों पर शानदार 68 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और 1 छक्का शामिल था। यह पारी इसलिए भी खास थी क्योंकि यह भारत को इंग्लैंड के खिलाफ़ एक सम्मानजनक बढ़त बनाने में मदद कर पाई थी। उनकी इस पारी ने भारत को लॉर्ड्स टेस्ट जीतने के लिए ज़रूरी मंच प्रदान किया।
गौतम गंभीर ने जडेजा की इस पारी को सिर्फ रनों के लिहाज़ से नहीं, बल्कि उसकी प्रकृति और विषम परिस्थितियों में खेलने की उनकी क्षमता के लिए सराहा। उन्होंने बताया कि किस तरह उस समय भारत को वाकई ऐसी पारी की ज़रूरत थी और जडेजा ने वह जुझारू भावना और हिम्मत दिखाई। यह पारी यह भी दर्शाती है कि जडेजा निचले क्रम में भी बल्ले से कितने प्रभावी हो सकते हैं और किस तरह वह अकेले दम पर मैच का रुख पलट सकते हैं।
केवल बल्ले से ही नहीं, रवींद्र जडेजा ने उस टेस्ट में गेंद से भी अपनी उपयोगिता साबित की थी। उन्होंने महत्वपूर्ण विकेट लिए थे, जिससे भारतीय गेंदबाज़ों को दबाव बनाने में मदद मिली। इस ऑलराउंड प्रदर्शन ने उन्हें मैच का सितारा बना दिया था।
गंभीर के बयान से यह साफ है कि जडेजा न केवल अपने खेल से बल्कि अपने धैर्य और जुझारूपन से भी टीम के लिए बेहद मूल्यवान खिलाड़ी हैं। यह बताता है कि विपरीत परिस्थितियों में भी हार न मानने का उनका रवैया भारतीय क्रिकेट में उनके महत्व को और बढ़ा देता है।
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