Increasing strength of Indian Air Force: रक्षा मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा विदेश से आएंगे अगली पीढ़ी के फाइटर जेट
News India Live, Digital Desk: Increasing strength of Indian Air Force: भारतीय वायुसेना अपनी मारक क्षमता और युद्ध तैयारियों को एक नया आयाम देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। वायुसेना अब दो से तीन स्क्वाड्रन लगभग 36 से 54 विमान तक के पाँचवीं पीढ़ी के उन्नत लड़ाकू विमानों को विदेशी स्रोतों से खरीदने पर विचार कर रही है। इस खरीद से संबंधित एक विस्तृत प्रस्ताव को हाल ही में वायुसेना ने रक्षा मंत्रालय को भेजा है।
यह योजना ऐसे समय में आई है जब वायुसेना को वर्तमान में विभिन्न विमान परियोजनाओं जैसे 'अमन' Amman परियोजना पर काम करने का अनुभव नहीं है। साथ ही, अगले एक दशक या उससे भी ज्यादा समय में ‘एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट' AMCA जैसे स्वदेशी परियोजनाओं को धरातल पर आने में समय लग सकता है। ऐसी स्थिति में, दुश्मन देशों, विशेष रूप से पाकिस्तान और चीन की बढ़ती सैन्य ताकत और तकनीकी उन्नति को देखते हुए, भारत को अपनी हवाई श्रेष्ठता बनाए रखना बेहद ज़रूरी है। AMCA को 2030 के दशक के मध्य तक ही शामिल करने की उम्मीद है, और तब तक पांचवीं पीढ़ी के विमानों की कमी को विदेशी खरीद से पूरा किया जाएगा।
भारतीय वायुसेना ने रक्षा मंत्रालय को भेजे अपने प्रस्ताव में साफ तौर पर कहा है कि उसे जल्द ही ऐसे अत्याधुनिक विमानों की सख्त आवश्यकता है। इन विमानों के अधिग्रहण का मुख्य उद्देश्य पड़ोसी देशों की लगातार बढ़ती सैन्य क्षमताओं का मुकाबला करना और भारत की हवाई सुरक्षा को और मजबूत करना है। रक्षा मंत्रालय फिलहाल वायुसेना के इस प्रस्ताव की गंभीरता से समीक्षा कर रहा है और विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श जारी है। उम्मीद है कि जल्द ही इस महत्वपूर्ण अधिग्रहण पर कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा, जो भारतीय वायुसेना की भविष्य की युद्धक क्षमता को परिभाषित करेगा।
--Advertisement--