Important for New mothers: इन 6 सुपरफूड्स से बढ़ाएं स्तनदूध, बच्चे को मिलेगा संपूर्ण पोषण

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News India Live, Digital Desk: Important for New mothers: कम स्तनदूध (ब्रेस्ट मिल्क) की समस्या से जूझ रही मांओं के लिए घबराने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। कुछ ऐसे सुपरफूड और सामान्य आदतें हैं जिन्हें अपनाकर स्तनदूध के उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ही मां के स्वास्थ्य और शिशु के पोषण के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार पर जोर देते हैं।

क्या खाएं स्तनदूध बढ़ाने के लिए:

सौंफ: पाचन क्रिया को सुधारने और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने के लिए सौंफ बहुत फायदेमंद है। सौंफ का पानी या चाय पीने से स्तनदूध उत्पादन में मदद मिलती है।

जीरा: भारतीय रसोई का अहम हिस्सा जीरा प्रसव के बाद होने वाली थकान को कम करता है और दूध उत्पादन को बढ़ाने में सहायक है। जीरे का पानी दिन में दो बार सेवन करना लाभप्रद होता है।

मेथी: मेथी के दाने हार्मोनल संतुलन को बढ़ावा देते हैं, जिससे स्तनदूध का उत्पादन बढ़ता है। इसे रात भर भिगोकर या चाय में मिलाकर लिया जा सकता है।


तिल: तिल में कैल्शियम और अन्य आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो हार्मोनल संतुलन को बनाए रखते हैं। तिल के लड्डू या सब्जियों में तड़का लगाकर इसका सेवन करें।

ड्राई फ्रूट्स: अखरोट, बादाम, काजू और पिस्ता जैसे सूखे मेवे ऊर्जा बढ़ाते हैं और स्वस्थ वसा प्रदान करते हैं। यह हार्मोनल संतुलन में मदद करके दूध निर्माण को बढ़ावा देते हैं। इन्हें स्नैक्स के तौर पर खाया जा सकता है।

हरी पत्तेदार सब्जियां: ये सब्जियां विटामिन और मिनरल्स का खजाना हैं, विशेष रूप से आयरन और फोलिक एसिड से भरपूर होती हैं, जो स्तनदूध उत्पादन में सहायक हैं।


अलसी के बीज, अखरोट और राई का तेल: ओमेगा-3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत हैं जो शिशु के मस्तिष्क के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। यदि आप मछली नहीं खाती हैं, तो डॉक्टर की सलाह से DHA सप्लीमेंट ले सकती हैं।

सब्जियां और फल: मौसमी फलों और रंगीन सब्जियों का सेवन विटामिन, मिनरल्स और फाइबर प्रदान करता है। ये शरीर में आयरन अवशोषण में मदद करते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।

जरूरी बातें:

लगातार स्तनपान या पंपिंग: बच्चे को बार-बार स्तनपान कराने या पंप का इस्तेमाल करने से शरीर को अधिक दूध बनाने का संकेत मिलता है।

शरीर को हाइड्रेटेड रखें: पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थ का सेवन स्तनदूध उत्पादन के लिए आवश्यक है।

नियमित आराम: शरीर को पर्याप्त आराम देना भी हार्मोनल संतुलन और दूध उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है।

डॉक्टर से सलाह: यदि आपको स्तनपान या दूध उत्पादन में लगातार समस्या आ रही है, तो स्तनपान सलाहकार या डॉक्टर से परामर्श लेना सबसे उचित है।

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