Punjab Flood : अफगानिस्तान की मदद कर सकते हो, तो बाढ़ में डूबे पंजाब की क्यों नहीं? - केंद्र पर भड़के वित्त मंत्री हरपाल चीमा
News India Live, Digital Desk: Punjab Flood : पंजाब इस वक्त बाढ़ की भयंकर मार झेल रहा है, लेकिन केंद्र और राज्य सरकार के बीच मदद को लेकर तकरार बढ़ती जा रही है। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार अफगानिस्तान जैसे देशों को आर्थिक मदद भेज रही है, लेकिन जब अपने ही देश का राज्य पंजाब बाढ़ में डूबा है, तो उसकी मदद करने में आनाकानी क्यों की जा रही है?
चीमा ने साफ-साफ कहा कि केंद्र सरकार पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
चिट्ठियों का खेल और पंजाब का दर्द
हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर बाढ़ से हुए भारी नुकसान की जानकारी दी थी। हमने हज़ारों करोड़ रुपये के नुकसान की पूरी रिपोर्ट केंद्र को भेजी और राहत के लिए फंड की मांग की। लेकिन जवाब में केंद्र ने और जानकारी मांगते हुए एक और चिट्ठी भेज दी।
चीमा ने इसे सिर्फ मामले को टालने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा, "जब हमने नुकसान का पूरा ब्योरा दे दिया है, तो और कौन सी जानकारी चाहिए? ये साफ दिखाता है कि उनकी मदद करने की नीयत ही नहीं है।"
"यह पंजाब के लोगों का हक़ है, कोई भीख नहीं"
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि हम केंद्र से कोई भीख नहीं मांग रहे हैं, यह पंजाब के लोगों का हक है। देश को अनाज खिलाने वाला किसान आज खुद मुसीबत में है। उनकी फसलें तबाह हो गई हैं, घर बह गए हैं और जानवर मर गए हैं। ऐसे में केंद्र की ज़िम्मेदारी बनती है कि वो आगे बढ़कर मदद करे।
उन्होंने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से भी अपील की कि वे पंजाब के हक के लिए केंद्र सरकार से बात करें और जल्द से जल्द राज्य को राहत पैकेज दिलवाएं। इस पूरे मामले ने एक बार फिर केंद्र-राज्य के रिश्तों पर एक बड़ी बहस छेड़ दी है, ख़ासकर जब राज्य एक बड़ी प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा हो।
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