अगर आप भी हर जगह एक ही पासवर्ड इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपकी नींद उड़ा देगी
News India Live, Digital Desk: हम सब इंटरनेट की दुनिया में जीते हैं - फेसबुक, ट्विटर (अब X), लिंक्डइन, जीमेल... हमारी पूरी जिंदगी इन प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर इन सभी जगहों का आपका यूजरनेम और पासवर्ड एक ही जगह इकट्ठा करके किसी चोर को दे दिया जाए तो क्या होगा? हाल ही में कुछ ऐसा ही हुआ है, जिसे अब तक के इतिहास का सबसे बड़ा और सबसे खतरनाक डेटा लीक माना जा रहा है।
साइबर सुरक्षा शोधकर्ताओं ने एक ऐसे विशाल डेटा लीक का पता लगाया है, जिसमें 26 अरब (2,600 करोड़) से भी ज़्यादा अकाउंट्स की निजी जानकारी शामिल है। इस लीक को इसके आकार और गंभीरता के कारण "मदर ऑफ ऑल ब्रीचेस" (Mother of all Breaches - MOAB) नाम दिया गया है।
यह कोई नया हैक नहीं, बल्कि उससे भी ज़्यादा खतरनाक है
सबसे पहले यह समझना ज़रूरी है कि यह कोई एक नया हैक नहीं है। असल में, यह पिछले कई सालों में हुए अलग-अलग बड़े डेटा ब्रीच का एक 'महा-संग्रह' है। इसमें X (ट्विटर), लिंक्डइन, ड्रॉपबॉक्स, टेनसेंट और वीबो जैसे कई बड़े प्लेटफॉर्म्स से चोरी हुआ डेटा शामिल है।
हैकरों ने इन सभी पुराने लीक्स से मिले डेटा को एक ही जगह इकट्ठा कर एक 'सुपर-लीक' बना दिया है, जिसमें अरबों लोगों के ईमेल, पासवर्ड और अन्य निजी जानकारियां शामिल हैं।
आपके लिए यह इतना खतरनाक क्यों है?
इसकी सबसे बड़ी वजह है हमारी एक आम और बहुत ही खतरनाक आदत - एक ही पासवर्ड का हर जगह इस्तेमाल करना।
ज़रा सोचिए, अगर आपका 5 साल पुराना लिंक्डइन का पासवर्ड इस लीक में शामिल है, और आप आज भी वही पासवर्ड अपने जीमेल, फेसबुक या नेटबैंकिंग के लिए इस्तेमाल करते हैं, तो हैकर्स के लिए आपके सारे अकाउंट्स खोलना बच्चों का खेल बन जाएगा।
इस डेटा का इस्तेमाल करके हैकर्स:
- आपके सोशल मीडिया अकाउंट्स को हैक कर सकते हैं।
- आपके नाम पर धोखाधड़ी (Identity Theft) कर सकते हैं।
- आपके ईमेल को हैक करके आपकी निजी जानकारी चुरा सकते हैं।
- आपके बैंक खातों तक पहुँचने की कोशिश कर सकते हैं।
तो अब आपको क्या करना चाहिए? (डरें नहीं, सावधान बनें)
यह खबर डराने वाली है, लेकिन डरने की बजाय आपको तुरंत कुछ ज़रूरी कदम उठाने चाहिए ताकि आप सुरक्षित रह सकें।
- तुरंत अपने पासवर्ड बदलें: सबसे पहला और सबसे ज़रूरी काम! अपने सभी महत्वपूर्ण अकाउंट्स, खासकर ईमेल, नेटबैंकिंग और सोशल मीडिया के पासवर्ड तुरंत बदल दें।
- हर अकाउंट के लिए अलग पासवर्ड: आगे से यह नियम बना लें कि आप हर वेबसाइट के लिए एक अलग और मज़बूत पासवर्ड का इस्तेमाल करेंगे। पासवर्ड को याद रखने के लिए आप किसी अच्छे पासवर्ड मैनेजर ऐप की मदद ले सकते हैं।
- टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) चालू करें: यह सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत है। इसे ऑन करने के बाद, अगर किसी को आपका पासवर्ड पता भी चल जाए, तो भी वह आपके फोन पर आए OTP या कोड के बिना लॉग-इन नहीं कर पाएगा। इसे अपने जीमेल, फेसबुक, इंस्टाग्राम सभी पर ज़रूर एक्टिवेट करें।
- फर्जी ईमेल्स और मैसेज से सावधान रहें: हैकर्स इस लीक हुए डेटा का इस्तेमाल करके आपको फर्जी ईमेल (Phishing) भेज सकते हैं जो दिखने में असली लगेंगे। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और न ही किसी को अपनी निजी जानकारी दें।
ऑनलाइन सुरक्षा अब एक विकल्प नहीं, बल्कि एक ज़रूरत है। आपकी एक छोटी सी सावधानी आपको एक बहुत बड़े धोखे से बचा सकती है।
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