नीतीश कुमार कर दें बस यह 1 काम, 6 महीने में राजनीति से संन्यास ले लेंगे प्रशांत किशोर

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News India Live, Digital Desk: चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर (पीके) ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला है और उनके सामने एक बड़ी शर्त रख दी है। अपनी 'जन सुराज पदयात्रा' के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीके ने ऐलान किया है कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अगले 6 महीनों में बिहार को देश के 10 अग्रणी राज्यों में शामिल करा दें, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे।

क्या है प्रशांत किशोर की चुनौती?

प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को सीधी चुनौती देते हुए कहा, "मैं आपको 6 महीने का समय देता हूं। अगर आप बिहार को देश के टॉप 10 राज्यों की सूची में ले आते हैं, तो मैं आपका झंडा लेकर घूमने को तैयार हूं और राजनीति छोड़कर हमेशा के लिए संन्यास ले लूंगा।" पीके ने कहा कि जो व्यक्ति 18-19 साल से बिहार का मुख्यमंत्री है, अगर वह यह काम 6 महीने में कर दिखाता है, तो उनसे बड़ा कोई नेता नहीं हो सकता।

नीतीश के विकास मॉडल पर उठाए गंभीर सवाल

पीके ने नीतीश कुमार के लंबे कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतने सालों तक मुख्यमंत्री रहने के बावजूद बिहार आज भी देश का सबसे गरीब और पिछड़ा राज्य बना हुआ है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "जो काम इतने सालों में नहीं हो पाया, वह अब कैसे होगा? बिहार की जनता को अब खोखले वादों पर नहीं, बल्कि ठोस नतीजों पर ध्यान देना होगा।"

"बिहार छोड़कर कहीं नहीं जा रहा"

इसके साथ ही, प्रशांत किशोर ने उन अटकलों पर भी विराम लगा दिया, जिनमें कहा जा रहा था कि वह बिहार छोड़कर जा सकते हैं। उन्होंने साफ किया, "मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। यहीं बिहार में रहूंगा और यहीं के लोगों के लिए काम करूंगा। जब तक बिहार को एक अग्रणी और विकसित राज्य नहीं बना देता, तब तक चैन से नहीं बैठूंगा।" उन्होंने कहा कि वह बिहार में एक स्थायी राजनीतिक विकल्प देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

प्रशांत किशोर के इस बयान ने बिहार की सियासत में एक नई बहस छेड़ दी है। एक तरफ जहां उन्होंने सीधे तौर पर नीतीश कुमार के विकास के दावों को चुनौती दी है, वहीं दूसरी ओर बिहार में अपनी लंबी राजनीतिक पारी खेलने के संकेत भी दे दिए हैं।

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