सुनती सबकी हूँ, लेकिन करती अपने मन की,चित्रांगदा सिंह ने ट्रोलर्स और आलोचकों को दिया करारा जवाब
News India Live, Digital Desk : हम जिस दुनिया में रहते हैं, वहां लोगों का काम ही है कहना। खासकर अगर आप एक सेलिब्रिटी हैं, तब तो हर कदम पर लोग आपको जज करते हैं। आप क्या पहन रहे हैं, कैसे दिख रहे हैं, कैसी फिल्में कर रहे हैं हर चीज़ पर लोगों की राय मुफ्त में मिलती है। बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा चित्रांगदा सिंह (Chitrangda Singh) भी इससे अछूती नहीं हैं। लेकिन हाल ही में उन्होंने जिस अंदाज में आलोचना (Criticism) से निपटने की बात कही है, वह हम सबके लिए एक बड़ी सीख है।
चित्रांगदा, जो अपनी बेहतरीन एक्टिंग और ग्रेस के लिए जानी जाती हैं, ने साफ़ कर दिया है कि उनकी ज़िंदगी की स्टीयरिंग उनके हाथ में है, न कि दुनिया के हाथ में।
"मैं किसी को हक़ नहीं देती कि वो मुझे चलाए"
चित्रांगदा ने एक बहुत ही पते की बात कही। उनका कहना है कि आलोचना सुनना अच्छी बात है, लेकिन उसे खुद पर हावी होने देना बेवकूफी है। उन्होंने कहा, "मैं सुनती जरूर हूँ, लेकिन मुझे 'डिक्टेट' (Dictated) फील करना पसंद नहीं है। कोई मुझे यह नहीं बता सकता कि मुझे क्या करना चाहिए और क्या नहीं।"
आसान शब्दों में कहें तो—सलाह सबकी लो, लेकिन फैसला हमेशा अपना रखो।
चित्रांगदा का 'फिल्टर' फार्मूला
अक्सर हम छोटी-छोटी आलोचनाओं से दुखी हो जाते हैं और खुद पर शक करने लगते हैं। चित्रांगदा ने बताया कि वो अपने दिमाग में एक "फिल्टर" रखती हैं।
उन्होंने समझाया कि जो आलोचना उनके काम को बेहतर बनाने के लिए होती है (Constructive Criticism), वो उसे खुशी से स्वीकार करती हैं। लेकिन जो बातें सिर्फ नीचा दिखाने या बेवजह की ट्रोलिंग के लिए होती हैं, उसे वो एक कान से सुनकर दूसरे से निकाल देती हैं। वो जानती हैं कि उन्हें कब गंभीरता दिखानी है और कब चीजों को इग्नोर करना है।
हम सब इससे क्या सीख सकते हैं?
चित्रांगदा की यह सोच सिर्फ बॉलीवुड स्टार्स के लिए नहीं, बल्कि आम लोगों के लिए भी बहुत ज़रूरी है। चाहे आप ऑफिस में काम करते हों या घर पर, कोई न कोई आपको टोकने वाला जरूर होता है।
चित्रांगदा हमें सिखाती हैं कि:
- खुद पर भरोसा रखें: अपनी कमियां और खूबियां आप से बेहतर कोई नहीं जानता।
- मेंटल पीस ज़रूरी है: लोगों की बातों को दिल से लगाकर अपनी शांति भंग न करें।
- ना कहना सीखें: अगर कोई राय आपको पसंद नहीं आ रही, तो उसे रिजेक्ट करने में बुरा मत मानिए।
चित्रांगदा सिंह आज भी इंडस्ट्री में अपनी शर्तों पर काम कर रही हैं और उनकी यह बेबाकी उन्हें बाकियों से अलग बनाती है। तो अगली बार जब कोई आपके बारे में कुछ कहे, तो चित्रांगदा वाला 'फिल्टर' ऑन कर लीजियेगा!
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