डायबिटीज के लिए रामबाण: कैसे शतावरी ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करती है?

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डायबिटीज आज देशभर में तेजी से फैल रही है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में इंसुलिन की मात्रा कम हो जाती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है। समय रहते इसे कंट्रोल नहीं किया गया तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

आयुर्वेद में शतावरी को एक चमत्कारी औषधि माना गया है, जो डायबिटीज कंट्रोल करने में काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। इसे आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की रानी भी कहा जाता है। शतावरी न केवल ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है, बल्कि यह इम्यूनिटी भी मजबूत बनाती है। इसे पाउडर, लिक्विड, चाय और टैबलेट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

क्या है शतावरी?

शतावरी को अंग्रेजी में Asparagus कहा जाता है। यह बेल या झाड़ के रूप में पाई जाने वाली जड़ी-बूटी है। इसकी हर एक बेल के नीचे 100 से अधिक जड़ें होती हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं।

  • इसकी लंबाई 30-100 सेमी और मोटाई 1-2 सेमी तक हो सकती है।
  • इसमें पॉलीफेनोल्स और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद बनाते हैं।

अगर अश्वगंधा को आयुर्वेद में राजा कहा जाता है, तो शतावरी को रानी का दर्जा दिया गया है।

डायबिटीज के लिए कैसे फायदेमंद है शतावरी?

विज्ञान और आयुर्वेद दोनों ही शतावरी को डायबिटीज के लिए फायदेमंद मानते हैं।

  • इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाती है – एक स्टडी में पाया गया है कि शतावरी में मौजूद यौगिक तत्व इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
  • पॉलीफेनोल्स की अधिकता – इसमें पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं, जो टाइप 2 डायबिटीज को रोकने और नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
  • फाइबर से भरपूर – फाइबर पाचन को सुधारता है और ब्लड शुगर को अचानक बढ़ने से रोकता है।

शतावरी का सेवन कैसे करें?

अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और शतावरी का सही तरीके से सेवन करेंगे, तो यह आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है।

1. शतावरी पाउडर का सेवन

  • रात में सोने से पहले एक गिलास पानी में आधा छोटा चम्मच शतावरी पाउडर मिलाकर पिएं।
  • यह ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस करने में मदद करेगा।

2. शतावरी जड़ का पाउडर

  • शतावरी की जड़ों को सुखाकर पाउडर बना लें।
  • इसे गुनगुने पानी या दूध के साथ सुबह खाली पेट लेने से अधिक लाभ मिलता है।

3. शतावरी का काढ़ा

  • शतावरी की जड़ों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं और इसे गुनगुना करके पिएं।
  • यह डायबिटीज कंट्रोल करने के साथ पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है।

शतावरी से मजबूत होती है इम्यूनिटी

आयुर्वेद में शतावरी को सदियों से इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।

  • यह शरीर में एंटीबॉडीज को बढ़ाने में मदद करती है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
  • खांसी, सर्दी, फ्लू और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाने में मदद करती है।
  • इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर को कई तरह के संक्रमण से बचाते हैं।