राजनीति का गरम बाजार BJP नेता के मर्डर ने खोली बिहार के लॉ एंड ऑर्डर की पोल, आरजेडी का तीखा हमला

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News India Live, Digital Desk: बिहार की राजनीति में आजकल गहमागहमी बहुत ज़्यादा है. मामला एक BJP नेता के क़त्ल का है, जिसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ी से शुरू हो गया है. आरजेडी (RJD) ने तो सीधे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को घेर लिया है, कह रही है कि अब बिहार की कानून-व्यवस्था पूरी तरह बिगड़ चुकी है और मुख्यमंत्री भी अब अपनी ज़िम्मेदारी ठीक से नहीं निभा पा रहे हैं.

क्या है पूरा मामला?

हाल ही में बीजेपी के एक युवा नेता का बेदर्दी से क़त्ल कर दिया गया. इस घटना के बाद बिहार का सियासी पारा अचानक चढ़ गया है. एक तरफ़ जहां बीजेपी नेता इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, वहीं विपक्ष इस घटना को लेकर सरकार पर हमलावर है.

आरजेडी के निशाने पर सम्राट चौधरी

आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री भाई वीरेंद्र ने तो इस हत्याकांड को लेकर सीधे-सीधे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी पर ही निशाना साध दिया है. उनका कहना है कि सम्राट चौधरी जिस पद पर हैं, उनका काम अपने कार्यकर्ताओं को बचाना है. उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी अब कहां हैं? उनके युवा मोर्चा के नेता मारे जा रहे हैं और वह सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पलटू कह रहे हैं. भाई वीरेंद्र ने तंज़ कसते हुए कहा कि चौधरी को इस्तीफा दे देना चाहिए अगर वो अपने कार्यकर्ताओं को नहीं बचा सकते. [SEO keywords: सम्राट चौधरी आरजेडी, बीजेपी नेता सुरक्षा, नीतीश कुमार आरजेडी]

उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि राज्य में क़ानून का राज बिल्कुल ख़त्म हो चुका है और इस सबकी ज़िम्मेदारी राज्य के गृह मंत्री यानी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की है. उनका मानना है कि मुख्यमंत्री को अब तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए.

क्या यह सिर्फ राजनीति है या कुछ और?

एक तरफ बीजेपी अपने नेता के खोने से दुखी और गुस्सा है, तो दूसरी तरफ आरजेडी इस दुखद घटना को सरकार को घेरने का मौका मान रही है. भाई वीरेंद्र के बयानों से साफ़ है कि वह बीजेपी पर दोहरा वार कर रहे हैं - एक तो सरकार की नाकामी बता रहे हैं और दूसरा खुद बीजेपी नेतृत्व की कमियों को उजागर कर रहे हैं. यह घटना सिर्फ एक हत्याकांड नहीं रह गई है, बल्कि अब बिहार की राजनीति में एक नए तूफ़ान का रूप ले चुकी है. आगे देखना होगा कि इस मामले में क्या कुछ और खुलासे होते हैं और बिहार की सियासत किस करवट बैठती है. 

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