Home Loan Eligibility : अगर आपकी सैलरी ₹50,000 से कम है तो भूलकर भी न खरीदें घर और गाड़ी

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 News India Live, Digital Desk: Home Loan Eligibility : हर युवा जब पहली नौकरी शुरू करता है, तो उसकी आंखों में दो सपने सबसे पहले बसते हैं - एक अपनी छत और दूसरी अपनी गाड़ी। लेकिन आज की महंगाई के दौर में, जब महीने का खर्च चलाना ही मुश्किल हो रहा है, तो क्या ₹25,000 की सैलरी में यह सपना पूरा हो सकता है? यह सवाल हम सभी के मन में कभी न कभी आता है।

जब हमने यह सवाल फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स से पूछा, तो उन्होंने जो जवाब दिया, वह शायद आपको थोड़ा निराश करे, लेकिन यह हकीकत के बहुत करीब है।

क्या कहती है सीधी-सादी गणित?

एक्सपर्ट्स के अनुसार, सीधी और सपाट बात यह है कि ₹25,000 की मासिक सैलरी पर एक साथ घर और गाड़ी खरीदना लगभग असंभव है। इसके पीछे की गणित को समझना बहुत आसान है।

फाइनेंशियल प्लानिंग का एक सुनहरा नियम है कि आपकी कुल सैलरी का 40% से ज्यादा हिस्सा EMI (मासिक किस्त) में नहीं जाना चाहिए।

  • EMI के लिए अधिकतम राशि (40%): ₹10,000

अब आप खुद सोचिए, क्या आज के समय में ₹10,000 की कुल EMI में आप एक घर और एक गाड़ी, दोनों का लोन चुका सकते हैं?

  • घर का खर्च: वहीं, अगर आप किसी छोटे शहर (टियर-2 या टियर-3) में भी एक छोटा सा घर लेते हैं, तो उसकी EMI भी कम से कम ₹10,000 से ₹15,000 महीना होगी।

साफ है कि दोनों का बोझ एक साथ उठाना नामुमकिन है।

तो क्या कोई रास्ता नहीं है?

एक्सपर्ट्स का कहना है कि रास्ता है, लेकिन वह थोड़ा लंबा और समझदारी भरा है। सिर्फ सपनों में जीने के बजाय हकीकत को समझना जरूरी है।

1. पहले कमाई बढ़ाएं, फिर सपने सजाएं
यह सबसे कड़वा लेकिन सबसे जरूरी सच है। ₹25,000 की सैलरी में आपको सबसे पहले अपनी इनकम बढ़ाने पर फोकस करना चाहिए। नई स्किल सीखें, नौकरी बदलें, या कोई साइड इनकम का जरिया ढूंढें। जब तक आपकी सैलरी कम से कम ₹50,000 महीना न हो जाए, तब तक इन बड़े खर्चों के बारे में सोचना भी एक बड़ी वित्तीय गलती होगी।

2. पहले बचाएं, फिर खरीदें
किसी भी लोन के लिए आपको एक बड़ी रकम डाउन पेमेंट के रूप में चुकानी पड़ती है। इसलिए, अपनी सैलरी से हर महीने कम से-कम 20% यानी ₹5,000 बचाने की आदत डालें। इस पैसे को सिर्फ बैंक में न रखें, बल्कि SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करें। कुछ सालों में यही छोटी सी बचत एक बड़ी रकम बन जाएगी, जो आपके डाउन पेमेंट के काम आएगी।

3. एक समय में एक ही लक्ष्य रखें
अगर घर और गाड़ी दोनों जरूरी हैं, तो पहले तय करें कि आपको किसकी जरूरत ज्यादा है। दोनों का लक्ष्य एक साथ साधने की कोशिश में आप कहीं के नहीं रहेंगे। पहले एक लोन खत्म करें, फिर दूसरे के बारे में सोचें।

4. 50/30/20 का नियम अपनाएं
अपनी सैलरी को इस नियम से बांटें:

  • 30% (₹7,500): अपनी इच्छाओं (घूमना-फिरना, शॉपिंग, मनोरंजन) पर खर्च करें।
  • 20% (₹5,000): बचत और निवेश करें।

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