Heavy rain wreaks havoc in Rajasthan: अजमेर में दो बच्चों की मौत नागौर में अंतिम संस्कार भी हुआ बाधित
News India Live, Digital Desk: राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से सक्रिय हुए मानसून ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है, जिसके कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश, जलभराव और जनजीवन प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर सतर्क रहने की सलाह दी है, क्योंकि भारी बारिश के चलते दुर्घटनाओं और समस्याओं का अंबार लग रहा है।
सबसे दर्दनाक घटना अजमेर से सामने आई है, जहाँ बारिश के पानी से भरे एक तालाब में नहाने गए दो स्कूली बच्चों की डूबने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दोनों छात्र दसवीं कक्षा के थे, और उनकी पहचान निखिल और चिराग के रूप में हुई है। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शवों को तालाब से बाहर निकाला जा सका। यह घटना पूरे शहर में शोक की लहर पैदा कर गई है और स्थानीय प्रशासन के सामने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रही है।
वहीं, नागौर जिले में भी भारी बारिश ने कहर बरपाया है, जहाँ जलभराव के कारण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे गंभीर स्थिति अंतिम संस्कार स्थलों पर देखने को मिल रही है। नागौर में एक परिवार को अपने प्रियजन का अंतिम संस्कार करने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा, क्योंकि श्मशानघाट पूरी तरह से पानी में डूबा हुआ था। लोगों को शव यात्रा लेकर श्मशान तक पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा और पानी के कारण विधि-विधान से अंतिम संस्कार करना भी असंभव हो गया था। यह स्थिति दर्शाती है कि शहर की जल निकासी व्यवस्था भारी बारिश के सामने कितनी नाकाफी साबित हो रही है।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक राजस्थान के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। लोगों को निचले इलाकों में जलभराव, सड़कों पर आवागमन में बाधा, और बिजली गिरने जैसी घटनाओं के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी गई है। यह स्थिति कृषि गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है और ग्रामीण क्षेत्रों में भी नुकसान पहुंचा सकती है। जिला प्रशासन ने संभावित खतरों से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए होंगे, लेकिन आम जनता से भी पूरी सावधानी बरतने और बेवजह बाहर न निकलने की अपील की जा रही है।
--Advertisement--