Hast Rekha : क्या आपका चंद्र पर्वत कमजोर है? जानिए क्यों आपको रात में डरावने सपने या बेचैनी होती है
News India Live, Digital Desk : जब हम किसी ज्योतिषी को हाथ दिखाते हैं, तो सबसे पहले हमारी नज़र 'जीवन रेखा' (Life Line) पर जाती है। लेकिन हमारे हाथ में एक और बेहद महत्वपूर्ण रेखा होती है 'मस्तिष्क रेखा' (Head Line)। यह रेखा न सिर्फ हमारी बुद्धिमानी बताती है, बल्कि यह हमारे मानसिक संतुलन का बैरोमीटर भी है।
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार, अगर आप अपनी हथेली को ध्यान से देखें तो कुछ खास बदलाव आपको आने वाली मानसिक परेशानियों के प्रति आगाह कर सकते हैं।
1. जंजीर जैसी मस्तिष्क रेखा (Chained Head Line)
अपनी हथेली के बीचों-बीच गुजरने वाली मस्तिष्क रेखा को देखिए। अगर यह सीधी और साफ होने के बजाय जंजीर (Chain) की तरह गुथी हुई दिख रही है, तो यह अच्छा संकेत नहीं है। इसका मतलब है कि व्यक्ति का दिमाग एक जगह स्थिर नहीं रहता। ऐसे लोगों को लगातार मानसिक तनाव, याददाश्त कमजोर होना या निर्णय लेने में घबराहट जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
2. रेखा पर 'द्वीप' (Island) का होना
अगर मस्तिष्क रेखा के किसी भी हिस्से पर 'यव' या जौ जैसा निशान (जिसे द्वीप कहते हैं) बना हुआ है, तो यह मानसिक रोगों का बड़ा सूचक माना जाता है। हस्तरेखा विशेषज्ञों का मानना है कि जिस उम्र में यह द्वीप बनता है, उस समय व्यक्ति को डिप्रेशन या भारी सिरदर्द की शिकायत हो सकती है। यह समय उनके लिए भावनात्मक रूप से बहुत कमजोर होता है।
3. चंद्र पर्वत पर जाल या क्रॉस
हमारी हथेली में अंगूठे के ठीक दूसरी तरफ नीचे का हिस्सा 'चंद्र पर्वत' (Moon Mount) कहलाता है। चंद्रमा मन का कारक है। अगर यहाँ बहुत सारी लकीरें मिलकर जाल बना रही हों या 'क्रॉस' का निशान हो, तो व्यक्ति हद से ज्यादा सोचने लगता है (Overthinking)। ऐसे लोग कल्पना में ज्यादा जीते हैं और हकीकत से डरते हैं, जो आगे चलकर मानसिक अस्थिरता का कारण बनता है।
4. मस्तिष्क रेखा का बहुत ज्यादा झुकना
आमतौर पर मस्तिष्क रेखा थोड़ी झुकी होती है, जो कल्पनाशीलता (Creativity) बताती है। लेकिन अगर यह रेखा ढलान लेते हुए एकदम नीचे कलाई या चंद्र पर्वत के अंत तक चली जाए, तो यह खतरनाक हो सकता है। ऐसे लोग निराशावादी हो जाते हैं और छोटी-छोटी बातों को दिल से लगा लेते हैं। यह स्थिति डिप्रेशन की ओर ले जा सकती है।
5. हथेली का रंग पीला या नीला पड़ना
सिर्फ रेखाएं ही नहीं, हथेली का रंग भी बहुत कुछ कहता है। अगर हथेली प्राकृतिक गुलाबी रंग छोड़कर पीली या हल्की नीली पड़ने लगे, तो यह शरीर में खून की कमी के साथ-साथ सुस्त दिमाग और नेगेटिव थॉट्स की निशानी है।
समाधान क्या है?
अगर आपको अपने हाथ में ऐसे संकेत दिखें, तो डरने की ज़रूरत नहीं है। हस्तरेखा एक मार्गदर्शन है, अंतिम फैसला नहीं। ऐसे में योग और ध्यान (Meditation) का सहारा लें। शिव जी की पूजा करें क्योंकि वे चंद्रमा को मस्तक पर धारण करते हैं। और हाँ, अगर लक्षण गंभीर लगें तो डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।
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