Harmful chemicals : आप भी तो नहीं कर रहे यह गलती भूलकर भी स्टील के बर्तनों में न रखें ये 5 चीजें, बिगड़ सकती है सेहत
News India Live, Digital Desk: Harmful chemicals : हमारे भारतीय घरों की रसोई में स्टील के बर्तन एक अहम हिस्सा हैं। थालियों से लेकर डिब्बों तक, ये हर जगह आसानी से दिख जाते हैं। इनकी चमक और टिकाऊपन के कारण लोग इन्हें खूब पसंद करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इनकी चमक के पीछे आपकी सेहत के लिए कोई छिपा खतरा भी हो सकता है? वास्तु और कई हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कुछ खाने-पीने की चीज़ें ऐसी हैं, जिन्हें स्टील के कंटेनरों में रखना आपके लिए सही नहीं है। दरअसल, इन बर्तनों में रखी कुछ चीजें रासायनिक प्रतिक्रिया कर सकती हैं, जिससे उनका स्वाद तो बिगड़ता ही है, साथ ही वे आपकी सेहत के लिए भी हानिकारक साबित हो सकती हैं।
सबसे पहले बात करते हैं नींबू, संतरे और मौसमी जैसे खट्टे फलों की। ये फल अपने अम्लीय स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। जब इन्हें स्टील के बर्तनों में रखा जाता है, तो ये बर्तन की धातु से प्रतिक्रिया कर सकते हैं। इस रासायनिक क्रिया के कारण फलों का स्वाद तो बदल ही सकता है, साथ ही कुछ ऐसे हानिकारक पदार्थ भी पैदा हो सकते हैं, जो आपकी सेहत के लिए बिल्कुल अच्छे नहीं।
ठीक इसी तरह, टमाटर की सॉस या उसकी प्यूरी को भी स्टील के बर्तनों में रखने से बचना चाहिए। टमाटर भी अपने खट्टेपन और अम्लीय गुण के कारण स्टील के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है। इस प्रतिक्रिया से न केवल सॉस का स्वाद बिगड़ सकता है और उसमें एक अजीब सी धात्विक गंध आ सकती है, बल्कि ये लंबे समय तक रखे रहने पर सेहत के लिए भी जोखिम पैदा कर सकते हैं।
अचार, जो भारतीय घरों में खाने का एक अभिन्न अंग है, उसे भी स्टील के बर्तनों से दूर रखना चाहिए। अचार में सिरका (विनेगर) और कई तरह के एसिड्स का इस्तेमाल होता है। यह खट्टापन स्टील से बहुत तेज़ी से प्रतिक्रिया करता है। इसकी वजह से अचार का स्वाद बुरी तरह से प्रभावित होता है, और कई बार यह सेहत के लिए भी हानिकारक यौगिकों (कंपाउंड्स) का निर्माण कर सकता है।
दही या छाछ जैसी चीज़ें, जिनमें लैक्टिक एसिड मौजूद होता है, उन्हें भी स्टील के बर्तनों में रखने से बचना चाहिए। यह अम्लीय तत्व धातु से प्रतिक्रिया कर सकता है, जिससे दही जल्द खट्टी हो सकती है या उसमें एक अनचाहा स्वाद आ सकता है। वैसे भी, ऐसी चीज़ों को कांच या सिरेमिक के बर्तनों में रखना ही सबसे सुरक्षित माना जाता है।
पके हुए चावल, जिन्हें अक्सर हम बचे हुए खाने के रूप में स्टील के डिब्बों में पैक कर देते हैं, उन्हें भी विशेष सावधानी के साथ संभालना चाहिए। हालांकि, यह प्रतिक्रिया का मुद्दा नहीं है, लेकिन चावल में बहुत तेज़ी से बैक्टीरिया पनप सकते हैं, खासकर जब उन्हें गरम स्थिति में बंद कंटेनर में रख दिया जाए। इसलिए, बचे हुए चावलों को बहुत लंबे समय तक स्टील या किसी भी बंद बर्तन में नहीं रखना चाहिए, और कोशिश करें कि उन्हें जल्द से जल्द फ्रिज में रखकर ठंडा किया जाए, या फिर तुरंत खा लिया जाए। इससे फूड पॉइज़निंग जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
तो अगली बार जब आप अपनी रसोई में इन चीजों को स्टोर करने लगें, तो इस बात का ध्यान ज़रूर रखें। अपनी सेहत को सुरक्षित रखने के लिए सही तरह के बर्तनों का चुनाव करना बेहद ज़रूरी है। यह छोटी सी सावधानी आपको और आपके परिवार को कई तरह की परेशानियों से बचा सकती है।
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