Gemstone for Venus : ये कोई मामूली पत्थर नहीं, धन और शांति का है खजाना ,जानें स्फटिक पहनने के फायदे और सही नियम

Post


News India Live, Digital Desk: क्या छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आता है? क्या मन में हमेशा एक बेचैनी सी रहती है और पैसों की तंगी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही? अगर इन सवालों का जवाब 'हां' है, तो रत्न शास्त्र में आपकी इन सभी समस्याओं का एक सरल उपाय बताया गया है। यह उपाय है 'स्फटिक' रत्न।

देखने में यह बिल्कुल कांच जैसा और खूबसूरत लगता है, लेकिन ज्योतिष में इसे हीरे का उपरत्न यानी सब्स्टीट्यूट माना गया है। यह न सिर्फ शुक्र ग्रह को मजबूत करता है, बल्कि इस पर धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष कृपा भी मानी जाती है। आइए, जानते हैं कि कैसे यह चमत्कारी रत्न आपकी जिंदगी बदल सकता है और इसे पहनने का सही तरीका क्या है।

क्यों है स्फटिक इतना चमत्कारी? इसके फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे

स्फटिक को अंग्रेजी में क्रिस्टल क्वार्ट्ज (Crystal Quartz) या रॉक क्रिस्टल (Rock Crystal) कहते हैं। यह सकारात्मक ऊर्जा का भंडार होता है।

  • गुस्से को करे शांत, मन को दे सुकून: स्फटिक की तासीर ठंडी होती है। इसे पहनने से मन शांत रहता है, गुस्सा कम आता है और तनाव व बेचैनी से मुक्ति मिलती है। यह आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाता है।
  • प्यार और रिश्तों में लाए मिठास: क्योंकि यह शुक्र ग्रह का रत्न है और शुक्र को प्रेम, सौंदर्य और भौतिक सुखों का कारक माना जाता है, इसलिए इसे पहनने से पति-पत्नी के रिश्तों में मधुरता आती है और घर का माहौल खुशनुमा बना रहता है।
  • नकारात्मक ऊर्जा से बचाए: स्फटिक एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। यह पहनने वाले व्यक्ति को बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है। घर में स्फटिक की माला या श्रीयंत्र रखने से वास्तु दोष भी दूर होता है।
  • एकाग्रता और याददाश्त बढ़ाए: यह छात्रों और उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है, जिन्हें अपने काम में ज्यादा फोकस की जरूरत होती है। यह एकाग्रता बढ़ाने में मदद करता है।

किन लोगों के लिए है स्फटिक वरदान?

  • वृषभ (Taurus) और तुला (Libra) राशि के जातकों के लिए यह रत्न बहुत ही शुभ फलदायी माना गया है।
  • इसके अलावा कोई भी व्यक्ति जो आर्थिक तरक्की, मानसिक शांति और जीवन में सुख-समृद्धि चाहता है, वह इसे पहन सकता है।

स्फटिक धारण करने की सही विधि (Rule to Wear Sphatik)

किसी भी रत्न का पूरा फायदा तभी मिलता है, जब उसे सही विधि से धारण किया जाए।

  • किस धातु में: इसे हमेशा चांदी (Silver) की धातु में ही पहनना चाहिए।
  • कैसे धारण करें:
    1. स्फटिक की अंगूठी या लॉकेट को एक कटोरी में गंगाजल और कच्चे दूध के मिश्रण में डालकर शुद्ध करें।
    2. इसके बाद इसे निकालकर साफ पानी से धो लें।
    3. अब इसे अपने हाथ में रखकर शुक्र देव के मंत्र "ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः" का 108 बार जाप करें।
    4. मंत्र जाप के बाद मां लक्ष्मी का ध्यान करते हुए इसे अपनी अनामिका उंगली (Ring Finger) में पहन लें। आप चाहें तो इसे गले में लॉकेट के रूप में भी धारण कर सकते हैं।

अगर आप भी जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं, तो इस चमत्कारी उपरत्न को सही विधि से धारण करके इसके अद्भुत लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

--Advertisement--