Ganesh Chaturthi 2025 : घर में सुख-समृद्धि चाहते हैं? जानें गणेश जी की मूर्ति से जुड़े कुछ ख़ास वास्तु नियम
Newsindia live,Digital Desk: गणेश चतुर्थी का पर्व आने वाला है और भक्तगण अपने घरों में गणपति बप्पा को लाने की तैयारियों में जुटे हैं। बाज़ार में तरह-तरह की सुंदर गणेश प्रतिमाएं मिलती हैं, जिन्हें देखकर मन मोहित हो जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में सुख, शांति और समृद्धि के लिए गणेश जी की मूर्ति का रंग और उसकी स्थापना की दिशा वास्तु के अनुसार होनी बहुत ज़रूरी है?
कई बार हम बिना जानकारी के कोई भी मूर्ति घर ले आते हैं, जो शायद उतनी शुभ न हो। आइए, आज जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार हमें घर के लिए गणेश जी की कैसी प्रतिमा चुननी चाहिए, जिससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास हो और खुशहाली आए।
मूर्ति का रंग भी है बहुत महत्वपूर्ण
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अलग-अलग रंग की गणेश मूर्तियों का अपना विशेष महत्व होता है:
सफ़ेद रंग की मूर्ति: घर में सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए सफ़ेद रंग की गणेश प्रतिमा को बहुत शुभ माना जाता है।
सिंदूरी या नारंगी रंग की मूर्ति: अगर आप अपने जीवन में तरक्की और सफलता पाना चाहते हैं तो सिंदूरी या नारंगी रंग के गणपति की स्थापना कर सकते हैं। यह रंग उन्नति का प्रतीक माना गया है।
पीले और केसरी रंग: घर में धन-संपदा और सुख-समृद्धि बढ़ाने के लिए हल्दी जैसे पीले रंग या केसरी रंग के गणपति की मूर्ति स्थापित करना लाभकारी होता है।
सबसे शुभ कलर कॉम्बिनेशन: वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि घर के लिए ऐसी मूर्ति सबसे उत्तम होती है जिसमें पीला, लाल और केसरी, इन तीनों रंगों का मेल हो। ऐसी मूर्ति घर में धन, सुख और सकारात्मकता लाती है।
किस दिशा में करें गणपति की स्थापना?
मूर्ति के रंग के साथ-साथ उसे स्थापित करने की दिशा का भी ख़ास ध्यान रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार, गणपति की स्थापना के लिए सबसे अच्छी दिशा उत्तर-पूर्व का कोना, यानी ईशान कोण है।अगर यह संभव न हो तो आप पूर्व या पश्चिम दिशा में भी मूर्ति रख सकते हैं इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान गणेश की मूर्ति को कभी भी दक्षिण दिशा में स्थापित नहीं करना चाहिए। साथ ही, यह भी ज़रूरी है कि मूर्ति की पीठ किसी कमरे की तरफ न हो, बल्कि घर के बाहर की ओर हो, क्योंकि गणेश जी की पीठ के पीछे दरिद्रता का वास माना जाता है।
कैसी होनी चाहिए गणेश जी की सूंड?
घर में स्थापना के लिए ऐसी गणेश प्रतिमा को सबसे अच्छा माना जाता है जिनकी सूंड बाईं ओर मुड़ी हुई हो।[2] ऐसी मूर्ति सुख, शांति और सफलता लाने वाली मानी जाती है। दाहिनी ओर मुड़ी सूंड वाली मूर्ति के पूजन के नियम थोड़े कठिन होते हैं, इसलिए उन्हें अक्सर मंदिरों में स्थापित किया जाता है।
इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप भी इस गणेश चतुर्थी पर अपने घर में सुख, समृद्धि और सौभाग्य ला सकते हैं।
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