जयपुर-जैसलमेर में कोहरे का लॉकडाउन दिन में जलानी पड़ी हेडलाइट्स, सर्दी ने दिखाए कड़े तेवर
News India Live, Digital Desk : केसरिया बालम" की धरती राजस्थान में आज सुबह नजारा कुछ ऐसा था, मानो आसमान जमीन पर उतर आया हो। राजधानी जयपुर हो या स्वर्ण नगरी जैसलमेर, चारों तरफ सिर्फ सफेद चादर (कोहरा) ही नजर आ रही है। अगर आप आज सुबह घर से बाहर निकले हैं, तो आपने भी महसूस किया होगा कि रजाई छोड़ना कितना मुश्किल काम था।
पिछले 24 घंटों में राजस्थान के मौसम ने जो पलटी मारी है, उससे पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कोहरा इतना घना है कि 50 मीटर दूर खड़ा इंसान भी ठीक से दिखाई नहीं दे रहा।
जयपुर और जैसलमेर सबसे ज्यादा प्रभावित
गुलाबी नगरी जयपुर आज पूरी तरह 'धुंधली नगरी' बन गई। सुबह-सुबह विजिबिलिटी (दृश्यता) इतनी कम थी कि एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स का ऑपरेशन भी प्रभावित हुआ है। सड़क पर गाड़ियां दिन में भी पीली लाइट (Indictors) जलाकर रेंगती नजर आईं।
वहीं, रेगिस्तानी इलाके जैसलमेर और बीकानेर में तो कोहरा और ठंड का डबल अटैक हुआ है। यहां सुबह 10 बजे तक भी सूरज की किरणों का अता-पता नहीं था।
माउंट आबू की बात ही न करें
हिल स्टेशन माउंट आबू में तो पारा जमाव बिंदु (Freezing Point) के पास पहुंच रहा है। वहां के लोगों का कहना है कि शाम ढलते ही हाथ-पैर सुन्न होने लगते हैं।
यात्रा पर बड़ा असर
अगर आप आज कहीं सफर करने की सोच रहे हैं, तो जरा संभलकर निकलें:
- हाईवे पर खतरा: नेशनल हाईवे पर घना कोहरा है, इसलिए रफ्तार कम रखें।
- ट्रेन और फ्लाइट: उत्तर पश्चिम रेलवे की कई ट्रेनें कोहरे की वजह से घंटों लेट चल रही हैं। स्टेशन जाने से पहले 'NTES' ऐप पर स्टेटस चेक करना समझदारी होगी।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम केंद्र का कहना है कि अगले कुछ दिन राहत की उम्मीद कम ही रखिए। आने वाले 48 घंटों में तापमान में और गिरावट आ सकती है और कोहरा अभी सताता रहेगा। शीतलहर (Cold Wave) के आसार भी बन रहे हैं।
देसी सलाह:
गजक, मूंगफली और गरमा-गरम चाय का मजा लीजिए, लेकिन सेहत से समझौता मत कीजिए। कोहरे में ड्राइविंग रिस्की है, इसलिए बहुत जरूरी हो तभी बाहर निकलें।
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