FM Sitharaman : लोकसभा में आएगा नया आयकर बिल जानें करदाताओं पर क्या होगा असर
Newsindia live,Digital Desk: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में महत्वपूर्ण व्यक्तिगत आय कर कानूनों में संशोधन के उद्देश्य से एक विधेयक पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं सरकार को व्यक्तिगत आय कर दरों और कानूनों के संशोधन की लंबे समय से चली आ रही माँग को संबोधित करने और सरल बनाने के लिए तैयार है उम्मीद है कि आगामी संसद सत्र में पेश किया गया यह विधेयक भारतीय कराधान परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से नया रूप देगा जिससे करदाताओं को संभावित राहत मिल सकती है और अनुपालन प्रक्रियाएं सुव्यवस्थित हो सकती हैं
संसद सत्र आज से एक दिसंबर तक चलने वाला है विधेयक के मसौदे में विशेष रूप से एक नई व्यक्तिगत आय कर व्यवस्था शुरू करने का प्रस्ताव है जो दो हज़ार बीस में लागू हुई पुरानी कर दरों के पूरक होगी सरकार का उद्देश्य अधिक प्रगतिशील और करदाताओं के अनुकूल प्रणाली प्रदान करना है
आयकर विशेषज्ञ मौजूदा आयकर दरों को संबोधित करने और संभवतः उन्हें कम करने पर ध्यान केंद्रित करने वाले आगामी विधेयक का विश्लेषण करने में लगे हुए हैं विशेषज्ञों को कर प्रणाली को आसान और तर्कसंगत बनाने की उम्मीद है वर्तमान विधेयक व्यक्तिगत आयकर अधिनियम में संशोधनों का एक प्रमुख हिस्सा माना जा रहा है जिसका करदाताओं की वित्तीय स्थिति पर काफी प्रभाव पड़ सकता है
उद्योग पर्यवेक्षक वित्तीय सेवाओं और रियल एस्टेट जैसे विभिन्न क्षेत्रों पर संभावित परिणामों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं क्योंकि इस विधेयक से निवेश और उपभोक्ता खर्च में बदलाव आ सकता है संसद सत्र में व्यक्तिगत आय कर प्रणाली से संबंधित नियमों को कम किया जा सकता है आयकर प्रणाली में जटिलता और लालफीताशाही की धारणा ने कुछ वित्तीय लेनदेन और आय के स्तरों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किया है जो सुधारों को आवश्यक बनाते हैं विशेषज्ञों का मानना है कि नया विधेयक उन प्रावधानों को लक्षित कर सकता है जिनका उपयोग अमीर व्यक्ति मौजूदा खामियों का लाभ उठाने के लिए कर सकते हैं इन क्षेत्रों को सीधे प्रभावित करने से आर्थिक गतिविधि में व्यापक प्रभाव हो सकते हैं
सरकारी सूत्रों ने आयकर व्यवस्था के तहत जटिल प्रक्रियाओं को कम करने के साथ कर संग्रह की दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य पर जोर दिया यह सरलीकरण कराधान कानूनों की बढ़ती जटिलता को देखते हुए अत्यंत महत्वपूर्ण है नया विधेयक करदाताओं को अपने दायित्वों को समझने और उन्हें पूरा करने में मदद करेगा जिससे राजस्व चोरी और अनुपालन बोझ दोनों को कम किया जा सकेगा इन संशोधनों से कर व्यवस्था में अधिक साम्यता और पारदर्शिता आएगी साथ ही भारतीय नागरिकों को आय अर्जित करने के लिए अपने खर्च को प्रोत्साहित किया जा सकेगा
निर्मला सीतारमण का यह कदम सरकार की चल रही आर्थिक नीतियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार और एक मजबूत करने के लिए तैयार किया गया है वित्तीय वर्ष की शेष अवधि के लिए यह बिल बाजार और आर्थिक नीति दोनों के लिए प्रभाव डालने के लिए बाध्य है यह सब देखा जा रहा है
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