Floods : नेपाल में मूसलाधार बारिश यूपी की नदियों में खतरा मंडराया जलस्तर बढ़ने से जनजीवन प्रभावित
- by Archana
- 2025-08-10 13:31:00
Newsindia live,Digital Desk: नेपाल में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों की नदियों में भी बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है इसका सबसे ज़्यादा असर सरयू नदी पर पड़ा है जो इस समय खतरे के निशान से ऊपर बह रही है इसके अलावा राप्ती रोहिणी और अन्य नदियों का जलस्तर भी तेज़ी से बढ़ रहा है जिससे बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है कई निचले इलाकों में पानी घुस गया है और ग्रामीण इलाकों में फसलें भी डूबने लगी हैं जिससे किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है स्थानीय प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए अलर्ट पर है
लगातार हो रही बारिश ने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तबाही मचाई है सिद्धार्थनगर महाराजगंज कुशीनगर देवरिया और गोरखपुर जैसे जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं नदियों का बढ़ता जलस्तर चिंता का विषय है सरयू नदी का खतरा सीधे अयोध्या जिले पर है वहीं राप्ती नदी का प्रवाह भी तेज होने के कारण इसके आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है रोहिणी नदी भी लगातार खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही है इन नदियों का बढ़ते जलस्तर आम जनजीवन के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं
जलशक्ति मंत्रालय के सिंचाई विभाग के बाढ़ खंड तीन की एक रिपोर्ट के अनुसार बहराइच जिले में सरयू नदी घाघराघाट में खतरे के निशान उन्यासी दशमलव एक दो पाँच मीटर से उन्नीस सेंटीमीटर ऊपर बह रही है यह नदी अपनी सामान्य धारा से काफी तेज़ी से बढ़ रही है इससे घाघरा नदी में भी इसका प्रभाव पड़ा है सिद्धार्थनगर जिले में राप्ती नदी बाँसी में भी अपनी खतरनाक दिशा में बह रही है यहाँ इसका जलस्तर इक्यासी दशमलव नौ दो शून्य मीटर पर है जो खतरे के निशान से छियानबे सेंटीमीटर अधिक है इसी तरह राप्ती नदी के एक अन्य मापक स्थल एक सौ पैंतीस दशमलव पैंसठ मीटर जो बलरामपुर में स्थित है वहाँ यह खतरे के निशान से चौरासी सेंटीमीटर ऊपर बह रही है रोहिणी नदी भी अपना विकराल रूप दिखा रही है जिसका असर कुशीनगर में सांख्यिकी स्थान पर है जहाँ यह तिहत्तर दशमलव चार दो शून्य मीटर पर बह रही है जो खतरे के निशान से तैंतीस सेंटीमीटर ऊपर है ये सभी आंकड़े इस बात का संकेत दे रहे हैं कि स्थिति गंभीर हो सकती है
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने चेतावनी जारी की है कि अगले अठ्ठाईस से छत्तीस घंटों तक जलस्तर में और वृद्धि होने की संभावना है खासकर पश्चिमी चंपारण और महाराजगंज में अत्यधिक बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने तटबंधों और अन्य जल निकायों पर लगातार नजर रखनी शुरू कर दी है सभी अधिकारी किसी भी संभावित आपदा से निपटने के लिए तैयार हैं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं ताकि लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके इस आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक सहायता और सामग्री पहुँचाई जा रही है
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