Flood havoc in Uttarakhand : मुख्यमंत्री धामी ने किया 5-5 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान
Newsindia live,Digital Desk: Flood havoc in Uttarakhand : उत्तराखंड में मानसून की भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने एक बार फिर भयानक तबाही मचाई है. चमोली जिले के थराली और उत्तरकाशी के धराली समेत कई इलाकों में अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने कई लोगों की जिंदगियां छीन लीं और सैकड़ों घरों को तबाह कर दिया. इस मुश्किल घड़ी में पीड़ितों को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के परिवारों और उन लोगों के लिए 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है, जिनके घर इस आपदा में पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं
यह प्राकृतिक आपदा अगस्त महीने में सबसे ज्यादा कहर बरपा रही है. 22-23 अगस्त की रात चमोली जिले के थराली में बादल फटने से भारी तबाही हुई, जहां बाढ़ और मलबा कई घरों, दुकानों और यहां तक कि तहसील परिसर में भी घुस गया. इस घटना से लगभग 90 से ज्यादा परिवार प्रभावित हुए हैं. इससे पहले अगस्त की शुरुआत में धराली में भी ऐसी ही विनाशकारी बाढ़ आई थी.इन घटनाओं में कई लोगों की मौत हो गई और कई अब भी लापता बताए जा रहे हैं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया और अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि सरकार इस संकट की घड़ी में पूरी तरह से प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है और उनके पुनर्वास के लिए हर संभव इंतजाम किए जाएंगे.यह वित्तीय सहायता राशि, राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) के मानकों के तहत दी जाने वाली राशि के अतिरिक्त होगी, और बाकी की राशि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से दी जाएगी.
सरकार ने आपदा के कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की एक टीम भी गठित की है यह टीम हिमालयी क्षेत्रों में बार-बार हो रही ऐसी घटनाओं और पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा आने के कारणों का अध्ययन करेगी. भू-वैज्ञानिकों से लेकर जल विज्ञान संस्थानों के विशेषज्ञ थराली का दौरा कर भूस्खलन और बाढ़ के कारणों की जांच करेंगे और भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचने के उपाय सुझाएंगेप्रशासन और बचाव दल युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं, लेकिन लगातार खराब हो रहा मौसम और भूस्खलन से बाधित रास्ते राहत कार्यों में बड़ी चुनौती बने हुए हैं.
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