First National Award : रानी मुखर्जी के करियर का सबसे बड़ा पल, मिसेज चटर्जी बनकर जीता देश का दिल और अपना पहला नेशनल अवॉर्ड

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News India Live, Digital Desk:  First National Award : बॉलीवुड की 'मर्दानी' रानी मुखर्जी ने अपने दमदार अभिनय से सालों तक दर्शकों के दिलों पर राज किया है, लेकिन अब उन्हें वो सम्मान मिलने जा रहा है, जिसका हर कलाकार सपना देखता है. रानी मुखर्जी को उनकी फिल्म 'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' में दिए गए शानदार प्रदर्शन के लिए उनका पहला नेशनल फिल्म अवॉर्ड मिला है. इस ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने और देश का सर्वोच्च सम्मान ग्रहण करने के लिए रानी दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी हैं.

'मिसेज चटर्जी' का दर्द जब रानी ने जिया

'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' सिर्फ एक फिल्म नहीं थी, बल्कि एक माँ की सच्ची और दिल दहला देने वाली कहानी थी. यह कहानी एक ऐसी भारतीय माँ की थी, जिसके बच्चों को नॉर्वे की सरकार छीन लेती है और फिर वह अपने बच्चों को वापस पाने के लिए पूरे देश से लड़ जाती है. इस किरदार में रानी मुखर्जी ने जान फूंक दी थी. उन्होंने सागरिका भट्टाचार्य के दर्द, उनकी बेबसी और उनकी हिम्मत को पर्दे पर इस कदर जिया कि हर देखने वाले की आँखें नम हो गईं. फिल्म में उनके अभिनय की जमकर तारीफ हुई थी और इसे उनके करियर की बेस्ट परफॉर्मेंस में से एक माना गया था.

इतने सालों बाद पहला नेशनल अवॉर्ड

यह बात थोड़ी हैरान करने वाली है कि 'ब्लैक', 'साथिया', 'बंटी और बबली' और 'मर्दानी' जैसी यादगार फिल्में देने वाली रानी मुखर्जी को अपने करियर में यह पहला नेशनल अवॉर्ड मिला है. आज जब वह दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों यह सम्मान लेंगी, तो यह सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि उनके हर फैन के लिए एक भावुक और गर्व का पल होगा. मुंबई एयरपोर्ट पर जब उन्हें दिल्ली के लिए रवाना होते देखा गया, तो उनके चेहरे पर इस बड़ी उपलब्धि की खुशी और संतुष्टि साफ झलक रही थी.

यह अवॉर्ड इस बात का सबूत है कि सच्ची कला और दमदार अभिनय को कभी न कभी उसका हक ज़रूर मिलता है.

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