Farmer welfare : झारखंड के 60,000 दुग्ध उत्पादकों के लिए सरकार का बड़ा तोहफा, अब मिलेगा बंपर इंसेंटिव, जानें कैसे

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News India Live, Digital Desk: झारखंड सरकार ने राज्य के डेयरी सेक्टर को बढ़ावा देने और दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहन देने के लिए एक बड़ी पहल की है. लगभग 60,000 दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहन राशि (इंसेंटिव) देने का निर्णय लिया गया है, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी और राज्य में दूध उत्पादन में भी वृद्धि होगी. यह कदम न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण योगदान देगा.

झारखंड सरकार की इस योजना के तहत राज्य के 60,000 दुग्ध उत्पादकों को सीधे तौर पर आर्थिक लाभ मिलेगा. यह प्रोत्साहन राशि दूध उत्पादन की लागत कम करने, किसानों को बेहतर तकनीक अपनाने और उन्हें बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धात्मक बनाने में मदद करेगी. सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि दुग्ध उत्पादक किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके और उन्हें किसी भी तरह के नुकसान से बचाया जा सके.

इस प्रोत्साहन योजना के लाभ:

  • किसानों की आय में वृद्धि: सीधी प्रोत्साहन राशि किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करेगी, जिससे उनकी जीवन शैली में सुधार आएगा.
  • दूध उत्पादन में बढ़ोतरी: प्रोत्साहन मिलने से किसान अधिक उत्साह के साथ दुग्ध उत्पादन के काम में लगेंगे, जिससे राज्य में दूध का कुल उत्पादन बढ़ेगा.
  • डेयरी उद्योग को बढ़ावा: यह योजना राज्य के समग्र डेयरी उद्योग को बढ़ावा देगी, जिससे नई नौकरियों और व्यावसायिक अवसरों का सृजन होगा.
  • आत्मनिर्भरता: राज्य को दूध और डेयरी उत्पादों के लिए बाहरी निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी.
  • तकनीकी उन्नति: प्रोत्साहन के साथ किसानों को बेहतर मवेशी प्रबंधन और दूध उत्पादन की आधुनिक तकनीकों को अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा सकता है.

यह कदम झारखंड सरकार की किसानों के कल्याण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है. यह आशा की जा रही है कि इस योजना से राज्य में श्वेत क्रांति को और गति मिलेगी और दुग्ध उत्पादक किसानों का भविष्य उज्ज्वल होगा. इस पहल से दुग्ध उत्पादन एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में उभरेगा, जो राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा.

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