सुरेश रैना और शिखर धवन पर ED का बड़ा एक्शन, करोड़ों की संपत्ति जब्त, जानें क्या है पूरा मामला

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News India Live, Digital Desk: भारतीय क्रिकेट के दो बड़े सितारे, सुरेश रैना और शिखर धवन, एक बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में इन दोनों क्रिकेटरों से जुड़ी करोड़ों रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली है. यह खबर सामने आते ही क्रिकेट जगत में हड़कंप मच गया है.

क्या है पूरा मनी लॉन्ड्रिंग मामला?

यह मामला मुंबई स्थित एक फिनटेक कंपनी 'TagNext' से जुड़ा है. इस कंपनी पर धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोप हैं. ईडी की जांच के अनुसार, इस कंपनी ने कई हाई-प्रोफाइल निवेशकों और आम लोगों से निवेश के नाम पर भारी रकम जुटाई और फिर उस पैसे को अवैध रूप से विदेश भेज दिया. जांच एजेंसी को संदेह है कि इस कंपनी ने एक पोंजी स्कीम की तरह काम किया और निवेशकों के पैसों के साथ हेराफेरी की.

रैना और धवन का क्या है कनेक्शन?

प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सूत्रों के मुताबिक, सुरेश रैना और शिखर धवन ने भी 'TagNext' कंपनी में बड़ी रकम का निवेश किया था. जांच में सामने आया है कि इन दोनों क्रिकेटरों को कंपनी की तरफ से भारी-भरकम रिटर्न भी मिला था. ईडी का मानना है कि यह रिटर्न निवेशकों के पैसे को अवैध रूप से इधर-उधर करके कमाया गया था.

जांच एजेंसी ने फिलहाल इस रिटर्न और मूल निवेश से जुड़ी संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है. जब्त की गई संपत्तियों में कुछ बैंक खाते और अन्य निवेश शामिल हैं.

क्या रैना और धवन आरोपी हैं?

यहां यह समझना महत्वपूर्ण है कि ईडी ने फिलहाल सुरेश रैना और शिखर धवन को इस मामले में आरोपी नहीं बनाया है. वे इस जांच में 'पर्सन ऑफ इंटरेस्ट' हैं, जिसका मतलब है कि एजेंसी उनसे पूछताछ कर सकती है और यह जानने की कोशिश करेगी कि उन्हें इस कंपनी के अवैध लेनदेन के बारे में कोई जानकारी थी या नहीं.

यह कार्रवाई प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत की गई है, जिसके अनुसार जांच एजेंसी अपराध की आय से बनाई गई किसी भी संपत्ति को कुर्क कर सकती है.

अभी तक इस मामले पर दोनों क्रिकेटरों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. ईडी अब इस मामले में और भी गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस घोटाले के तार और कहां-कहां तक जुड़े हैं.

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