क्या आप भी ऑफिस में पानी पीना भूल जाते हैं? सावधान! आपकी यह छोटी सी आदत बढ़ा सकती है तनाव और गुस्सा

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भागदौड़ भरी जिंदगी, ऑफिस का प्रेशर, और डेडलाइन का टेंशन... तनाव (Stress) आज हमारी जिंदगी का एक ऐसा हिस्सा बन गया है, जिससे शायद ही कोई बच पाता है। तनाव को कम करने के लिए हम मेडिटेशन, एक्सरसाइज, और न जाने क्या-क्या उपाय करते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आपके तनाव, चिड़चिड़ेपन और गुस्से का एक बहुत बड़ा कारण आपकी पानी की बोतल में छिपा हो सकता है?

जी हां, आपने बिल्कुल सही सुना। आपकी कम पानी पीने की आदत आपके मानसिक स्वास्थ्य पर सीधा और बहुत गहरा असर डाल सकती है। हम अक्सर शरीर पर डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) के असर को सिर्फ सिरदर्द या थकान तक ही सीमित मान लेते हैं, लेकिन विज्ञान कहता है कि इसका सबसे पहला असर हमारे दिमाग पर पड़ता है।

तो कैसे एक गिलास पानी आपके तनाव को कंट्रोल कर सकता है? समझिए इसका पूरा विज्ञान:

1. दिमाग को चाहिए पानी, बहुत सारा पानी:
हमारा दिमाग लगभग 75% पानी से बना है। जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो हमारा दिमाग उसे सबसे पहले महसूस करता है। पानी की कमी से दिमाग के सेल्स सिकुड़ने लगते हैं, जिससे उसे अपना काम करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसी वजह से हम थका हुआ और उलझा हुआ महसूस करते हैं।

2. स्ट्रेस हॉर्मोन का बढ़ना:
यह सबसे महत्वपूर्ण बात है। जब हमारे शरीर में पानी की कमी होती है, तो यह हमारे शरीर के लिए एक 'खतरे' जैसा होता है। इस खतरे से लड़ने के लिए, हमारा शरीर कोर्टिसोल (Cortisol) नाम का 'स्ट्रेस हॉर्मोन' रिलीज करना शुरू कर देता है। कोर्टिसोल का लेवल जितना बढ़ता है, हमारा तनाव, हमारी चिंता और हमारा चिड़चिड़ापन भी उतना ही बढ़ता जाता है।

3. एनर्जी का लेवल गिरना:
पानी हमारे शरीर में पोषक तत्वों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने और एनर्जी बनाने के लिए बहुत जरूरी है। जब पानी कम होता है, तो यह पूरा सिस्टम धीमा पड़ जाता है, जिससे हम शारीरिक और मानसिक, दोनों तरह से थका हुआ और निढाल महसूस करते हैं, और थका हुआ इंसान जल्दी गुस्सा होता है।

4. नींद में खलल:
कम पानी पीने से हमारे दिमाग में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन जैसे हॉर्मोन्स का उत्पादन भी प्रभावित होता है, जो अच्छी नींद और अच्छे मूड के लिए जरूरी हैं। नींद पूरी न होने का सीधा संबंध अगले दिन के तनाव और गुस्से से होता है।

तो अब क्या करें?

  • अपनी बोतल हमेशा साथ रखें: ऑफिस की डेस्क पर या अपने बैग में हमेशा एक पानी की बोतल रखें। यह आपको बार-बार पानी पीने की याद दिलाएगी।
  • लक्ष्य तय करें: दिन में कम से कम 8-10 गिलास (लगभग 2-3 लीटर) पानी पीने का लक्ष्य बनाएं।
  • प्यास लगने का इंतजार न करें: जब आपको प्यास लगती है, तब तक आपका शरीर डिहाइड्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर चुका होता है। इसलिए, बिना प्यास लगे भी, हर घंटे में थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें।
  • पानी को बनाएं मजेदार: अगर आपको सादा पानी पीना बोरिंग लगता है, तो उसमें नींबू, खीरा या पुदीना डालकर उसे और भी फायदेमंद और स्वादिष्ट बना सकते हैं।

तो अगली बार जब आपको ऑफिस में बिना किसी वजह के तनाव या गुस्सा महसूस हो, तो कोई दवा लेने से पहले, एक लंबा गिलास पानी पिएं। हो सकता है, आपकी समस्या का समाधान इतना आसान और सस्ता हो, जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी न हो।

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