Diwali Diya Rituals : क्या आप भी दिवाली पर ये गलती करते हैं? दीया कभी भी सीधे जमीन पर न रखें, जानें क्यों
Diwali Diya Rituals : दिवाली का त्योहार रोशनी, उम्मीद और खुशियों का प्रतीक है। इस दिन हम अपने घरों को अनगिनत दीयों की रोशनी से सजाते हैं। हर एक दीया अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक होता है। हम दीया जलाने पर, उसमें तेल और बाती पर तो पूरा ध्यान देते हैं, लेकिन एक छोटी सी बात अक्सर भूल जाते हैं—दीये को रखने का सही तरीका।
क्या आप जानते हैं कि शास्त्रों और परंपराओं के अनुसार, दीये को कभी भी सीधे जमीन या फर्श पर नहीं रखना चाहिए? ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता है। दीये को एक पवित्र आधार देना बहुत जरूरी है, ताकि उसकी सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे और हमें पूजा का पूरा फल मिल सके।
तो सवाल यह है कि दीये के नीचे आखिर क्या रखना चाहिए? आइए जानते हैं कुछ आसान और बहुत ही असरदार चीजों के बारे में।
1. अक्षत (साबुत चावल)
यह सबसे पवित्र और उत्तम विकल्प माना जाता है। पूजा में इस्तेमाल होने वाले बिना टूटे चावल को 'अक्षत' कहते हैं, जिसका अर्थ है 'जिसका क्षय न हो'। चावल को मां लक्ष्मी का प्रिय अन्न माना जाता है और यह धन-धान्य और संपन्नता का प्रतीक है। दीये के नीचे चावल का एक छोटा सा आसन बनाने से घर में अन्न और धन का भंडार कभी खाली नहीं होता।
2. गेंहूं या सप्तधान्य
चावल की तरह ही, आप दीये के नीचे गेहूं या सात तरह के अनाजों (सप्तधान्य) का भी ढेर बना सकते हैं। अनाज हमारे जीवन का आधार है और इसे देवी-देवताओं का आशीर्वाद माना जाता है। दीये के नीचे अनाज रखने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और परिवार में बरकत होती है।
3. फूल की पंखुड़ियां
अगर आपके पास अनाज नहीं है, तो आप फूलों की पंखुड़ियों, खासकर गेंदे के फूलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। फूल पवित्रता और सुंदरता का प्रतीक होते हैं। फूलों का आसन बनाकर उस पर दीया रखने से घर में सकारात्मकता और खुशियों का माहौल बनता है।
4. एक साफ पत्ता
आप किसी साफ और पवित्र पत्ते, जैसे पान या पीपल के पत्ते के ऊपर भी दीया रख सकते हैं। यह भी एक शुद्ध आधार माना जाता है।
क्यों है यह इतना ज़रूरी?
दीये के नीचे आसन देने का मतलब है कि हम उस दिव्य प्रकाश को पूरा सम्मान दे रहे हैं। यह एक छोटी सी क्रिया है, लेकिन इसका गहरा आध्यात्मिक महत्व है। यह हमारी श्रद्धा को दर्शाता है और यह सुनिश्चित करता है कि पूजा की पवित्रता बनी रहे।
तो इस दिवाली, जब आप अपने घर को दीयों से रोशन करें, तो इस छोटी सी बात का ध्यान ज़रूर रखें। यह न सिर्फ एक परंपरा है, बल्कि मां लक्ष्मी के स्वागत का एक सही और सम्मानजनक तरीका भी है।
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