राहुल गांधी के RSS वाले बयान पर भड़के दिलीप घोष, याद दिला दिया नेहरू जी का किस्सा
News India Live, Digital Desk : भारतीय राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर कभी थमता नहीं है, और जब बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की हो, तो माहौल गरमाना तय है। हाल ही में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अमेरिका में आरएसएस को लेकर कुछ टिप्पणियां की थीं, जिस पर अब देश के अंदर सियासत तेज हो गई है। बीजेपी के कद्दावर नेता और पूर्व सांसद दिलीप घोष ने राहुल गांधी को करारा जवाब दिया है।
दिलीप घोष का अंदाज हमेशा से आक्रामक रहा है, और इस बार भी उन्होंने राहुल गांधी पर तीखा पलटवार करते हुए उनके पारिवारिक इतिहास को ही बीच में ला खड़ा किया।
"नाना जी भी नहीं रोक पाए थे संघ को"
दिलीप घोष ने राहुल गांधी की समझ पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें न तो देश के इतिहास की सही जानकारी है और न ही वो संघ की ताकत को पहचानते हैं। घोष ने इतिहास के पन्ने पलटते हुए कहा कि राहुल गांधी के नाना, यानी देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भी आरएसएस को खत्म करने की पूरी कोशिश की थी। उन्होंने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था, लेकिन वो भी संघ को रोक नहीं पाए।
घोष का कहना था कि जब जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी जैसे दिग्गज नेता संघ का बाल भी बांका नहीं कर पाए, तो राहुल गांधी की क्या बिसात है? उन्होंने बातों ही बातों में यह भी कह दिया कि राहुल अभी राजनीति में काफी अपरिपक्व हैं।
विदेशी धरती पर देश की बदनामी क्यों?
दिलीप घोष का गुस्सा सिर्फ इतिहास तक सीमित नहीं था। उन्होंने राहुल गांधी द्वारा विदेशी धरती पर जाकर भारत और आरएसएस के खिलाफ बोलने को भी शर्मनाक बताया। उनका कहना है कि दुनिया भर के लोग जानते हैं कि भारत में क्या चल रहा है और यहां का माहौल कैसा है। ऐसे में विदेश जाकर देश की छवि खराब करना एक जिम्मेदार नेता को शोभा नहीं देता।
घोष ने तंज कसते हुए कहा, "ये (राहुल गांधी) जहां भी जाते हैं, वहां देश के खिलाफ, प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ और संघ के खिलाफ ही बोलते हैं। ऐसा लगता है कि इनके पास और कोई मुद्दा ही नहीं बचा है।"
"संघ ने हमेशा देश को जोड़ा है"
बीजेपी नेता ने संघ का बचाव करते हुए कहा कि आरएसएस का काम हमेशा से राष्ट्र निर्माण और समाज को जोड़ने का रहा है। उन्होंने कहा कि जिन्हें भारत की संस्कृति और विचारों का ज्ञान नहीं है, वही लोग संघ को गाली देते हैं। दिलीप घोष के मुताबिक, राहुल गांधी को पहले अपने देश को ठीक से समझना चाहिए और फिर किसी संगठन पर उंगली उठानी चाहिए।
क्या था पूरा मामला?
दरअसल, अपनी विदेश यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने एक बार फिर आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि भारत में एक खास विचारधारा हावी होने की कोशिश कर रही है। बस इसी बात पर बीजेपी ने उन्हें घेर लिया है।
कुल मिलाकर, दिलीप घोष का यह बयान साफ कर देता है कि बीजेपी, राहुल गांधी के हर हमले का जवाब उनके परिवार और इतिहास का उदाहरण देकर देने के मूड में है। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस की तरफ से इस पर क्या प्रतिक्रिया आती है, लेकिन फिलहाल तो जुबानी जंग छिड़ चुकी है।
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