डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे हमारी जीवनशैली को प्रभावित करती है। शुरुआती लक्षणों को पहचानकर हम इससे बचाव कर सकते हैं, लेकिन डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों के लिए खान-पान और लाइफस्टाइल में व्यापक बदलाव जरूरी हैं। डायबिटीज के रोगियों को सिर्फ मीठी चीजें ही नहीं बल्कि कई सफेद खाद्य पदार्थ भी छोड़ने चाहिए क्योंकि ये ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकते हैं और मोटापा भी बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं वो कौन से सफेद खाद्य पदार्थ हैं, जो डायबिटीज में हानिकारक साबित होते हैं:
1. सफेद ब्रेड और पास्ता
डायबिटीज के मरीजों को सफेद ब्रेड और पास्ता नहीं खाना चाहिए। ये दोनों चीजें मैदा या रिफाइंड आटे से बनती हैं, जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है। ये ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकती हैं।
2. मैदा और उससे बनी चीजें
मैदा से बनी चीजें जैसे समोसे, पिज्जा, नूडल्स आदि का सेवन भी हानिकारक है। मैदा में स्टार्च की मात्रा ज्यादा होती है, जो तेजी से वजन और ब्लड शुगर दोनों को बढ़ा सकती है।
3. चीनी
डायबिटीज में चीनी सबसे हानिकारक है। विशेषकर रिफाइंड चीनी शरीर में जमा होकर फैट में बदल जाती है, जिससे मोटापा और डायबिटीज दोनों की समस्या बढ़ती है। चीनी से दूरी बनाना डायबिटीज नियंत्रण का पहला कदम है।
4. सफेद चावल
सफेद चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी अधिक (लगभग 89) होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकता है। खासतौर से टाइप-2 डायबिटीज वाले लोगों को सफेद चावल से बचना चाहिए और ब्राउन चावल का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
5. आलू
आलू में अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी होती हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी उच्च होता है, जो डायबिटीज के रोगियों के लिए नुकसानदायक होता है।
6. डेयरी उत्पाद
डेयरी प्रोडक्ट्स में उच्च मात्रा में फैट होता है, जो शरीर में कॉलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है। इससे मोटापा और डायबिटीज का जोखिम बढ़ता है। डायबिटीज के मरीजों को फैटी डेयरी उत्पादों से दूरी बनाए रखनी चाहिए।
डायबिटीज के मरीज स्वस्थ आहार चुनकर और नियमित व्यायाम करके अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं। इन सफेद खाद्य पदार्थों से दूरी बनाने से डायबिटीज कंट्रोल करना आसान हो सकता है।