धारः ऐतिहासिक भोजशाला में 46वें दिन भी जारी रहा एएसआई का सर्वे

भोपाल, 6 मई (हि.स.)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे सोमवार को 46वें दिन भी जारी रहा। एएसआई के 20 अधिकारियों की टीम 42 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।

एएसआई की टीम ने 46वें दिन सर्वे के दौरान भोजशाला में गर्भगृह और यज्ञ कुंड के बीच व्यापक स्तर पर खुदाई कार्य किया। यज्ञ कुंड के नजदीक वाले छह ब्लाकों में से अधिकांश में खुदाई का काम पूरा हो चुका है। यहीं से पूर्व में प्राचीन सिक्के और खंडित मूर्ति मिली थी। वहीं, सोमवार को उत्तर क्षेत्र में भी दो नए स्थानों पर खुदाई शुरू की गई। यहां पर दो प्वाइंट और चिह्नित किए गए थे, इस पर काम व्यापक स्तर पर शुरू हो गया है।

सर्वे टीम के साथ मौजूद रहे हिन्दू पक्षकार आशीष गोयल ने बताया कि भोजशाला में आज खुदाई से लेकर अन्य कार्यों को बहुत तेजी से किया गया। खासकर यहां से मिट्टी हटाने के कार्य को प्राथमिकता दी गई। हालांकि, मिट्टी हटाने में काफी वक्त लग रहा है। वहीं भोजशाला के पीछे के क्षेत्र में व्यापक स्तर पर कार्य किया गया है। साथ ही दक्षिण दिशा पर भी फोकस रहा है। वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी के साथ-साथ अन्य कार्य भी किए गए हैं।

भोजशाला में वर्षाकाल में उचित निकासी नहीं होने के कारण जल जमाव की स्थिति बन जाती है। घुटनों तक पानी भर जाता था। इसे लेकर एएसआई की लोक निर्माण इकाई ने सोमवार को व्यवस्थाएं देखी हैं। साथ ही निर्देश दिए कि पानी निकासी के लिए पाइप आदि का इंतजाम किया जाए। संभावना व्यक्त की जा रही है कि आगामी वर्षाकाल के पहले पाइप आदि डालकर जलनिकासी की व्यवस्था पूरी कर ली जाएगी।