Dhaba Style Secret : घर पर ऐसे बनाएंगे सरसों का साग तो पड़ोसी भी खुशबू सूंघकर चले आएंगे

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News India Live, Digital Desk : सर्दियों (Winter) का मौसम हो और थाली में गर्मा-गर्म सरसों का साग और ऊपर से सफेद मक्खन लगी मक्की की रोटी न हो, तो सर्दियां अधूरी सी लगती हैं। हम जब भी हाईवे पर ढाबे में रुकते हैं, तो सबसे पहले यही ऑर्डर करते हैं।

लेकिन अक्सर हम घर पर इसे बनाने से डरते हैं। हमें लगता है कि, "यार, ये तो बहुत झंझट का काम है" या “मुझसे मक्की की रोटी गोल नहीं बनती।”तो फिक्र छोड़िये! आज हम आपके लिए वो सीक्रेट और आसान रेसिपी (Recipe) लेकर आए हैं जो बिल्कुल 'पिंड' (गांव) वाला स्वाद देगी। इसे बनाना उतना मुश्किल भी नहीं है जितना हम समझते हैं।

आइए, रसोई में चलते हैं और तैयार करते हैं ये लाजवाब दावत।

असली स्वाद का राज: सिर्फ सरसों नहीं

अगर आपको लगता है कि इस साग में सिर्फ सरसों डलती है, तो आप गलत हैं। असली पंजाबी साग का राज 'मिक्स' में है।

  • सरसों के पत्ते: तीखापन देने के लिए।
  • पालक: साग को गहरा हरा रंग और नरमी देने के लिए।
  • बथुआ (Bathua): यह साग को मलाई जैसा टेक्सचर देता है और बहुत पौष्टिक होता है।

(टिप: अनुपात 2:1:1 रखें। यानी अगर 500 ग्राम सरसों है, तो 250 ग्राम पालक और 250 ग्राम बथुआ लें।)

स्टेप 1: साग को "घोटना" है जरूरी

साग को काटकर, धोकर कुकर में उबालें। इसमें अदरक, लहसुन और हरी मिर्च भी डाल दें।
उबलने के बाद असली मेहनत शुरू होती है। मिक्सी में पीसने के बजाय, इसे मथानी (लकड़ी का घोटा) से घोटें। मिक्सी वाला साग एकदम पेस्ट बन जाता है, जबकि ढाबे वाला साग थोड़ा दरदरा होता है।

  • सीक्रेट मसाला (आलन): जब साग पक रहा हो, तो उसमें 2 चम्मच 'मक्की का आटा' जरूर डालें। इससे साग में गाढ़ापन और एक सोंधा स्वाद आता है।

स्टेप 2: तड़का ही है असली जान

एक कड़ाही में असली घी (Ghee) गर्म करें। इसमें ढेर सारा बारीक कटा लहसुन, प्याज और अदरक भूनें। ऊपर से हींग और लाल मिर्च डालें। अब इसमें पका हुआ साग डालें और धीमी आंच पर 10-15 मिनट तक 'खदकने' दें। जितना ज्यादा पकेगा, स्वाद उतना ही निखरेगा।

स्टेप 3: मक्की की रोटी गोल कैसे बनाएं?

मक्की की रोटी बनाना सबसे टेढ़ा काम लगता है, क्योंकि ये बेलते समय टूट जाती है। इसके लिए अपनाएं ये 2 तरीके:

  1. गर्म पानी का इस्तेमाल: आटा गूंथते समय एकदम उबलता हुआ या गुनगुना पानी लें। इससे आटा लचीला हो जाता है।
  2. पॉलीथिन का जुगाड़: चकला-बेलन पर एक साफ़ पॉलीथिन बिछाएं, उस पर लोई रखें और हाथ से थपथपाकर बड़ा करें या हल्के हाथ से बेलें। रोटी बिल्कुल नहीं टूटेगी।

रोटी को तवे पर डालें और जब दोनों तरफ से सिक जाए, तो गैस की आंच पर उसे कुरकुरा कर लें।

परोसने का तरीका (Serving Style)

दोस्तों, सरसों के साग का असली मजा अकेले नहीं है। इसके साथ थाली में सफेद मक्खन (White Butter), गुड़ का टुकड़ा, मूली और एक गिलास लस्सी हो... उफ्फ! यह स्वर्ग जैसा अहसास है।

सेहत का डबल डोज

सिर्फ स्वाद ही नहीं, यह डिश सर्दियों के लिए एक टॉनिक है।

  • सरसों शरीर में गर्माहट बनाए रखती है।
  • मक्की का आटा ग्लूटेन-फ्री (Gluten-Free) होता है और पाचन के लिए हल्का।
  • इसमें भरपूर आयरन और फाइबर होता है जो सुस्ती दूर करता है।

तो इस वीकेंड, पिज्जा-बर्गर छोड़िये और परिवार को यह देसी और सेहतमंद दावत दीजिये। यकीन मानिए, घरवाले आपकी तारीफ करते नहीं थकेंगे!

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