दिल्ली की हवा फिर 'गंभीर', धुंध की नई चादर बढ़ाएगी मुश्किल, अगले 48 घंटे बेहद नाजुक
दिल्ली की हवा एक बार फिर 'गंभीर' श्रेणी में गोता लगाने को तैयार है। प्रदूषण पर नजर रखने वाली एजेंसियों ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी कि मंगलवार (आज) तक वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच सकती है। सुबह की शुरुआत धुंध की मोटी चादर से हुई है, और मौसम विशेषज्ञों की मानें तो अगले 48 घंटे राहत की कोई उम्मीद नहीं है, बल्कि हालात और बिगड़ सकते हैं।
क्यों और खराब हो रहे हैं हालात?
इस बिगड़ती स्थिति के पीछे दो मुख्य कारण हैं: हवा की धीमी गति और हवा में बढ़ी हुई नमी। मौसम विशेषज्ञ महेश पलावत के अनुसार, इन दोनों वजहों से मंगलवार और बुधवार को कोहरे और धुंध की एक नई और मोटी परत बनेगी, जो प्रदूषक कणों को अपने अंदर कैद कर लेगी, जिससे प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ेगा।
इसके अलावा, एक नया पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) भी दस्तक दे रहा है, जो इस समस्या को और गंभीर बना रहा है। मौसम विज्ञानी नवदीप दहिया ने आगाह किया है कि इस विक्षोभ का AQI पर नकारात्मक असर पड़ेगा और 4-5 नवंबर को दिल्ली-NCR पर धुंध की एक नई परत जम जाएगी।
सिस्टम फेल? आंकड़ों में भी दिख रही गड़बड़ी
चिंता की बात यह है कि जो सिस्टम हमें प्रदूषण की सही जानकारी देते हैं, उनमें भी गड़बड़ियां देखने को मिल रही हैं।
- CPCB का ऐप: सोमवार रात को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के समीर (SAMEER) ऐप पर दिल्ली के आईटीओ (ITO) स्टेशन का AQI मात्र 188 (मध्यम) दिखा रहा था, जबकि पास के अन्य स्टेशन 'गंभीर' श्रेणी में थे। जांच करने पर पता चला कि ITO स्टेशन का कई घंटों का डेटा ही गायब था, जिसके कारण औसत इतना कम दिख रहा था।
- फोरकास्टिंग सिस्टम: प्रदूषण के स्रोतों का पता लगाने वाले डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) और अर्ली वार्निंग सिस्टम (EWS) को भी सोमवार को अपडेट नहीं किया गया, जिससे पूर्वानुमान और वर्तमान स्थिति की सटीक जानकारी मिलने में कमी आई।
तो आखिर कब मिलेगी इस 'जहरीली' हवा से राहत?
इस दमघोंटू माहौल के बीच राहत की एकमात्र उम्मीद 6 नवंबर से है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मंगलवार-बुधवार की रात पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश हो सकती है, लेकिन दिल्ली और यूपी में इसकी संभावना बहुत कम है।
असली राहत 6 नवंबर से मिलेगी, जब तेज उत्तर-पश्चिमी हवाएं लौटेंगी। ये हवाएं एक प्राकृतिक झाड़ू की तरह काम करेंगी और दिल्ली-NCR में जमे हुए प्रदूषण को अपने साथ उड़ाकर ले जाएंगी, जिससे AQI में सुधार देखने को मिल सकता है।
हालांकि, इन हवाओं का एक असर यह भी होगा कि रात के तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी, यानी राहत के साथ-साथ ठंडक भी बढ़ेगी।
कुल मिलाकर, अगले 48 घंटे दिल्ली-NCR के लिए बेहद मुश्किल भरे रहने वाले हैं। लोगों, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को सलाह दी जाती है कि वे जितना हो सके घर के अंदर ही रहें और बाहर निकलते समय अच्छी क्वालिटी का मास्क जरूर पहनें।
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