दिन में भागदौड़, पर रात में धड़कती है दिल्ली! ये जगहें बनाती हैं रात को यादगार

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दिल्ली... दिन में यह शहर भागता है, मेट्रो की भीड़, ऑफिस की जल्दी, ट्रैफिक का शोर। लेकिन जैसे ही सूरज ढलता है, यही दिल्ली एक अलग ही चोला ओढ़ लेती है। रात की दिल्ली शांत भी है और ज़िंदादिल भी। यहाँ की रातें सिर्फ सोने के लिए नहीं होतीं, बल्कि जीने और यादगार बनाने के लिए होती हैं।

तो अगर आप भी दिल्ली की रातों का असली मज़ा लेना चाहते हैं, तो ये कुछ जगहें हैं जहाँ आपको ज़िंदगी का एक अलग ही रंग देखने को मिलेगा।

1. इंडिया गेट: जहां यादें बनती हैं
यह दिल्ली वालों के लिए सिर्फ एक स्मारक नहीं, एक एहसास है। रात की पीली रोशनी में नहाया हुआ इंडिया गेट और उसके सामने जलती अमर जवान ज्योति... यह नज़ारा दिल में बस जाता है। रात में यहां की भीड़ छंट जाती है, और ठंडी हवा में अपने परिवार या दोस्तों के साथ घास पर बैठकर बातें करने, आइसक्रीम खाने का मज़ा ही कुछ और है। यह दिल्ली की सबसे सुकून भरी रातों में से एक है।

2. हौज खास विलेज: जहां इतिहास और आज मिलते हैं
अगर आपको पार्टी, अच्छे कैफे और झील का किनारा, सब कुछ एक साथ चाहिए तो यह जगह आपके लिए ही है। हौज खास विलेज में रात होते ही रौनक बढ़ जाती है। यहां के रूफटॉप कैफे से झील और पुराने किले का नज़ारा देखना बेहद खूबसूरत लगता है। यहां का माहौल थोड़ा हिप और ट्रेंडी है, जो इसे दोस्तों के साथ मस्ती करने के लिए एक परफेक्ट स्पॉट बनाता है।

3. कनॉट प्लेस (CP): दिल्ली का दिल जो कभी नहीं सोता
अगर आपको समझ नहीं आ रहा कि रात में कहाँ जाएं, तो बस सीपी चले आइए। यहां हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। बड़े-बड़े रेस्टोरेंट और पब से लेकर पान की दुकान और आइसक्रीम पार्लर तक, यहां की रौनक देर रात तक बनी रहती है। सेंट्रल पार्क में बड़े से तिरंगे के नीचे बैठकर शहर की जगमगाहट देखना अपने आप में एक खूबसूरत अनुभव है।

4. गुरुद्वारा बंगला साहिब: शांति और सेवा का संगम
अगर आप पार्टी और शोर-शराबे से दूर कुछ पल शांति के बिताना चाहते हैं, तो रात में बंगला साहिब जरूर जाएं। रात की रोशनी में सोने की तरह चमकता गुरुद्वारा और पवित्र सरोवर का शांत पानी... यहां का माहौल मन को एक अलग ही तरह का सुकून देता है। देर रात तक चलने वाला लंगर यहां आने वाले हर इंसान को सेवा और समानता का पाठ पढ़ाता है।

5. मुरथल के परांठे: जब रात में लगे ज़ोरों की भूख
यह दिल्ली में तो नहीं, लेकिन दिल्ली वालों की नाईट लाइफ का एक बहुत ज़रूरी हिस्सा है। जब रात के 2 बजे ज़ोरों की भूख लगती है और कुछ अच्छा खाने का मन करता है, तो दिल्ली के युवा अपनी गाड़ियों को मुरथल की तरफ मोड़ देते हैं। दिल्ली से एक घंटे की ड्राइव के बाद मक्खन से भरे हुए गरमा गरम परांठे खाना... यह एक ऐसा अनुभव है जिसे हर दिल्ली वाला जीना चाहता है।

तो अगली बार जब दिल्ली की रातें आपको बुलाएं, तो उन्हें नजर अंदाज मत कीजिएगा, क्योंकि असली दिल्ली तो रात में ही जागती है।

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