Currency : RBI ला रहा है 50 रुपये के नए नोट महात्मा गांधी सीरीज़ 2005 में बड़ा बदलाव

Post

News India Live, Digital Desk: Currency : देश के केंद्रीय बैंक, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसके तहत वह जल्द ही ₹50 के नए नोटों को जारी करने वाला है। ये नए नोट महात्मा गांधी श्रृंखला-2005 के अंतर्गत आएंगे और इन्हें अब बिना इनसेट लेटर वाले प्रिंटिंग फॉर्म में जारी किया जाएगा। यह कदम न केवल मुद्रा के बेहतर प्रबंधन के लिए है, बल्कि इसका उद्देश्य जाली नोटों के खतरे पर लगाम लगाना भी है।

नए ₹50 के नोटों की सबसे खास बात यह है कि उन पर भारतीय रिजर्व बैंक के तत्कालीन गवर्नर रघुराम जी राजन के हस्ताक्षर होंगे। नोट पर प्रिंटिंग का वर्ष '2015' मुद्रित होगा। दिखने में ये नए नोट कुछ पुराने ₹50 के नोटों जैसे ही होंगे, क्योंकि उनका डिज़ाइन काफी हद तक पूर्व में जारी महात्मा गांधी सीरीज़-2005 के ₹50 के नोटों से मिलता-जुलता रहेगा। हालांकि, जाली नोटों के चलन को रोकने और सुरक्षा को बढ़ाने के लिए इसमें कुछ अतिरिक्त सुरक्षा विशेषताएं (सिक्योरिटी फीचर्स) शामिल की जाएंगी, जिससे इन्हें नकली बनाना और भी मुश्किल हो जाएगा।

RBI ने यह भी स्पष्ट किया है कि ₹50 के पुराने नोट भी चलन में पहले की तरह वैध बने रहेंगे। इसका मतलब यह है कि अगर आपके पास वर्तमान में ₹50 के पुराने नोट हैं, तो आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है; वे वैध रहेंगे और सामान्य लेन-देन में उनका इस्तेमाल किया जा सकेगा। इस प्रकार की प्रक्रिया आरबीआई द्वारा अक्सर अपनाई जाती है जब वह नई सुरक्षा सुविधाओं के साथ मुद्रा जारी करता है, जिससे अर्थव्यवस्था में नोटों का पर्याप्त प्रवाह बना रहे।

नए नोटों को जारी करने का एक प्रमुख कारण मुद्रा को आधुनिक सुरक्षा मानकों के अनुरूप लाना है। तकनीकी उन्नति के साथ, जाली नोट बनाने वाले भी उन्नत तकनीकों का उपयोग करने लगते हैं, ऐसे में समय-समय पर नई सुरक्षा सुविधाओं वाले नोट जारी करना एक अनिवार्य कदम बन जाता है। ये ₹50 के नोट बाजार में छोटी और मध्यम मूल्यवर्ग के लेन-देन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और इनका बेहतर डिज़ाइन व बढ़ी हुई सुरक्षा, देश की आर्थिक प्रणाली में विश्वास को और मजबूत करेगी। उम्मीद है कि इन नए नोटों के आने से नकली मुद्रा के खतरे को नियंत्रित करने में और भी मदद मिलेगी।

--Advertisement--