उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी का जाल मजबूत होगा: रायबरेली से मऊ तक NH-128 और NH-128B का होगा चौड़ीकरण

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उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में यातायात को सुगम बनाने और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने की दिशा में बड़े कदम उठा रही है। केंद्र सरकार के सहयोग से, राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) 128 और NH 128B के चौड़ीकरण की प्रक्रिया तेज हो गई है। यह परियोजना रायबरेली से मऊ तक के सफर को आसान बनाएगी, जिससे न केवल आवागमन सुगम होगा बल्कि व्यावसायिक, शैक्षिक और औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी।

परियोजना का विस्तार:

NH-128: यह राष्ट्रीय राजमार्ग रायबरेली को अमेठी, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर और बांदा से जोड़ता है। इसके चौड़ीकरण की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अमेठी के सांसद किशोरी लाल शर्मा ने लोकसभा में इस मुद्दे को प्राथमिकता से उठाकर इस परियोजना के लिए मार्ग प्रशस्त किया, जिसके बाद सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने DPR तैयार करने की स्वीकृति दी।

NH-128B: यह मार्ग मऊ से बलिया के फेफना तक 55 किलोमीटर लंबा है और वर्षों से खराब स्थिति में था। मऊनाथ भंजन से लेकर बलिया तक फैली यह सड़क, जो बिहार की सीमा तक जाती है, अब NHAI द्वारा कायाकल्पित की जाएगी। इस मार्ग के लिए भी DPR तैयार करने की प्रक्रिया स्वीकृत हो चुकी है।

विकास की नई धुरी:

यह चौड़ीकरण परियोजना, जिसे 'विकास एक्सप्रेस' का नाम दिया गया है, पूर्वांचल और बुंदेलखंड क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। व्यापारिक आवागमन में आसानी के साथ-साथ, यह शैक्षिक संस्थानों, औद्योगिक इकाइयों और स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच को भी बेहतर बनाएगी। NH-128B के कायाकल्प के बाद, यह सड़क बलिया, गाजीपुर, देवरिया और बिहार की सीमाओं को मजबूत कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। जल्द ही एक विशेषज्ञ कंपनी का चयन किया जाएगा जो चौड़ाई, ऊंचाई, ओवरब्रिज और लागत का विस्तृत आकलन करेगी।

यह पहल न केवल लाखों लोगों की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा करेगी, बल्कि सड़क निर्माण में उत्कृष्टता का एक नया मानक भी स्थापित करेगी।

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