"मुबारक हो, आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ गई है!" - इस कॉल से सावधान, एक गलती और खाता खाली!

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आजकल धोखेबाजों ने लोगों की मेहनत की कमाई लूटने का एक नया और बहुत चालाक तरीका ढूंढ निकाला है। वे आपको फोन करके या मैसेज भेजकर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का लालच देते हैं और सिर्फ एक OTP के जरिए आपका बैंक खाता खाली कर देते हैं।

ये ठग इतने शातिर होते हैं कि जब वे फोन करते हैं, तो बिल्कुल किसी बैंक कर्मचारी की तरह बात करते हैं, जिससे आपको उन पर शक भी नहीं होता। वे आपको यकीन दिलाते हैं कि आपके अच्छे रिकॉर्ड की वजह से कंपनी आपकी क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ा रही है और इसके लिए आपको बस एक छोटी सी प्रक्रिया पूरी करनी होगी।

कैसे होता है यह पूरा फ्रॉड? समझिए स्टेप-बाय-स्टेप

  1. पहला कदम: भरोसे वाला फोन कॉल
    आपके पास एक फोन कॉल आता है, जिसमें सामने वाला खुद को आपके बैंक का कर्मचारी बताता है। वह आपका नाम और कार्ड के शुरुआती कुछ अंक बताकर आपका भरोसा जीत लेता है।
  2. दूसरा कदम: भेजा जाता है एक लिंक
    भरोसा जीतने के बाद, वह आपसे कहता है कि लिमिट बढ़ाने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आपको एक लिंक पर क्लिक करके अपनी जानकारी वेरीफाई करनी होगी।
  3. तीसरा कदम:  OTP का खेल
    जैसे ही आप उस फर्जी लिंक पर क्लिक करके अपनी डिटेल्स डालते हैं, उनके पास आपकी जानकारी पहुंच जाती है। इसके तुरंत बाद, वे आपके खाते से पैसे निकालने की कोशिश करते हैं, जिसका OTP आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आता है।
  4. आखिरी दांव: और पैसा गायब!
    अब वह धोखेबाज आपसे कहेगा, "सर, प्रोसेस पूरा करने के लिए बस अपना OTP बता दीजिए।" जैसे ही आप लालच में आकर या गलती से OTP शेयर करते हैं, अगले ही पल आपके खाते से सारे पैसे उड़ जाते हैं। कई मामलों में यह रकम लाखों में होती है।

इस खतरनाक फ्रॉड से कैसे बचें?

  • पहला और सबसे जरूरी नियम: बैंक या कोई भी क्रेडिट कार्ड कंपनी कभी भी फोन, SMS या ईमेल पर आपसे आपका पूरा कार्ड नंबर, CVV या OTP नहीं पूछती।
  • लालच से बचें: लिमिट बढ़ाने या कोई खास ऑफर देने का झांसा देने वाली अनजान कॉल्स पर कभी भरोसा न करें।
  • संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए लिंक को कभी न खोलें।
  • तुरंत बैंक से संपर्क करें: अगर आपको कोई भी कॉल या मैसेज संदिग्ध लगे, तो फोन काट दें और तुरंत अपने बैंक के कस्टमर केयर नंबर पर फोन करके जानकारी दें।
  • साइबर पुलिस को सूचित करें: आप इस तरह की धोखाधड़ी की शिकायत राष्ट्रीय साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी कर सकते हैं।

आज के डिजिटल युग में, थोड़ी सी सावधानी आपको बड़े आर्थिक नुकसान से बचा सकती है। याद रखिए, आपका OTP आपकी तिजोरी की चाबी है, इसे किसी के साथ भी शेयर न करें।

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