गोरखपुर: महिला प्रशिक्षुओं के निलंबन के बीच सीएम योगी का पीएसी कैंप दौरा

Post

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में गोरखपुर स्थित प्रांतीय सशस्त्र पुलिस (पीएसी) कैंप का निरीक्षण किया। इस दौरे के दौरान, जहाँ पुरुष पीएसी प्रशिक्षुओं की पासिंग आउट परेड का आयोजन हुआ, वहीं महिला प्रशिक्षुओं को किसी कारणवश निलंबित किए जाने या वापस भेजे जाने की घटना ने सबका ध्यान खींचा। मुख्यमंत्री ने वहां की व्यवस्थाओं की समीक्षा की और घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को तलब किया।

पुरुष प्रशिक्षुओं ने इस अवसर पर अपने प्रशिक्षण का प्रदर्शन किया, जिसकी मुख्यमंत्री ने सराहना की। हालांकि, महिला प्रशिक्षुओं की परेड में अनुपस्थिति ने एक अलग चर्चा छेड़ दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अनुशासनहीनता या अन्य प्रशासनिक कारणों से महिला प्रशिक्षुओं के एक बैच को निलंबित कर दिया गया था, जिस कारण वे इस समारोह का हिस्सा नहीं बन सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में अधिकारियों से जवाबदेही मांगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कड़े निर्देश दिए।

प्रशिक्षुओं ने लगाए थे गम्भीर आरोप

पीटीएस में करीब 600 महिला रिक्रूट को ट्रेनिंग के लिए रखा गया है। बुधवार को रिक्रूट सुबह सात बजे से ही प्रशासनिक भवन पर एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन करने लगीं। आरोप है कि आरटीसी प्रभारी संजय राय ने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। जिसके बाद बुधवार को महिला रिक्रूट आठ बजे के करीब गेट पर आकर हंगामा करने लगीं। आरोप लगाए कि क्षमता से अधिक प्रशिक्षुओं को एक-एक बैरक में रखा गया है। छह सौ रिक्रूट के लिए एक वाटर कूलर है और बाथरूम में सीसी कैमरे लगाए गए हैं।

इसलिए गोरखपुर आए थे कि योगी का शहर है

प्रशिक्षु महिला आरक्षियों का कहना है कि उन्होंने गोरखपुर ट्रेनिंग सेंटर इसलिए आईं थीं कि यह मुख्यमंत्री का शहर है। यहां व्यवस्था अच्छी होगी। लेकिन यहां के अधिकारियों ने अराजकता फैला रखी है। महिलाओं का कहना है कि हंगामे के बाद बैरक में कूलर, पेयजल से लेकर बिजली की व्यवस्था ठीक कराई जा रही है।

--Advertisement--