Chhattisgarh news : क्या यह भगवान का चमत्कार है, जब जानवर ने इंसानों की तरह की भगवान की पूजा

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Newsindia live,Digital Desk: इंसान और जानवरों की भक्ति से जुड़े किस्से-कहानियां तो हमने खूब सुनी हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ के कांकेर से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने भक्ति और आस्था को एक नया रूप दे दिया है। यहां आधी रात के अंधेरे में एक जंगली भालू मंदिर में दाखिल होता है और किसी सच्चे भक्त की तरह अपने पंजों से मंदिर का घंटा बजाता है। यह पूरी घटना मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई और अब इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग हैरान भी हैं और भावविभोर भी।

कहां और कब हुई यह अनोखी घटना?

यह अद्भुत नजारा कांकेर जिले के मरवाही गांव में स्थित एक शिव मंदिर का है। मंगलवार की देर रात, जब चारों ओर सन्नाटा पसरा था, तब एक विशाल भालू चुपके से मंदिर परिसर में दाखिल हुआ। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि भालू सीधे मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंचता है, जहां घंटा लटका हुआ है।

'भालू भक्त' ने ऐसे की शिव की आराधना

मंदिर पहुंचकर भालू अपने पिछले दो पैरों पर खड़ा हो जाता है और अगले दोनों पंजों से बिल्कुल इंसानों की तरह ही घंटे को पकड़कर उसे बजाने लगता है। 'टन-टन' की आवाज के साथ वह कई बार घंटा बजाता है। कुछ देर तक वहां रुकने और आराधना करने के बाद वह चुपचाप वापस जंगल की ओर लौट जाता है।

गांव वालों के लिए आस्था का प्रतीक

अगली सुबह जब मंदिर के पुजारी और गांव वालों ने सीसीटीवी फुटेज देखी तो वे भी हैरान रह गए। हालांकि, स्थानीय लोगों के लिए यह कोई डरने वाली बात नहीं, बल्कि गहरी आस्था का विषय है। उनका कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं है। यह भालू अक्सर रात में मंदिर आता है और इसी तरह भगवान शिव की आराधना करके चला जाता है। वे इसे भगवान का ही एक रूप मानते हैं और इसे 'भालू भक्त' कहकर बुलाते हैं।

यह वीडियो हमें सिखाता है कि भक्ति और श्रद्धा किसी भाषा या प्रजाति की मोहताज नहीं होती। यह मूक जानवर भी शायद अपनी ही भाषा में ईश्वर को याद करने आया था। इस अनोखे 'भालू भक्त' का वीडियो अब हर तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग इसे भगवान का चमत्कार मान रहे हैं।

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