Chhattisgarh : रायगढ़ के आशुतोष मास्टर, पढ़ाते-पढ़ाते बच्चों के मुफ्त बाल काटते हैं ये शिक्षक, बन गए मिसाल
- by Archana
- 2025-08-21 15:29:00
News India Live, Digital Desk: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के राजपुर ब्लॉक स्थित प्राथमिक शाला में एक ऐसे शिक्षक हैं जो अपने छात्रों के बीच शिक्षा के साथ-साथ निःशुल्क बाल काटने की अनूठी सेवा भी प्रदान करते हैं। यह प्रेरक कहानी आशुतोष वैष्णव की है, जो अपनी सामाजिक सेवाओं और शैक्षणिक समर्पण के लिए पहचाने जाते हैं। उनके इस अभिनव प्रयास से न केवल छात्र आकर्षित होते हैं, बल्कि उनके अभिभावकों को भी आर्थिक रूप से लाभ मिल रहा है।
पिछले पाँच वर्षों से आशुतोष वैष्णव स्कूल में अपने खाली समय का सदुपयोग करते हुए गरीब और जरूरतमंद छात्रों के बाल काटते आ रहे हैं। इस अनोखी पहल के पीछे उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि है, क्योंकि उनके दादाजी और पिताजी भी पेशे से नाई रहे हैं। इसलिए, उन्हें इस कार्य में महारत हासिल है। बाल काटने के बाद, वह बाल कटाने के उपकरण साफ करते हैं और छात्रों को स्वच्छता बनाए रखने के महत्व पर भी ज्ञान देते हैं। इससे स्कूल में बच्चों के बीच स्वच्छता के प्रति जागरूकता भी बढ़ी है।
आशुतोष वैष्णव के इस काम का सीधा लाभ बच्चों के अभिभावकों को मिलता है, क्योंकि उन्हें अपने बच्चों के बाल कटाने के लिए कहीं और पैसा खर्च नहीं करना पड़ता। शिक्षक आशुतोष का मानना है कि पढ़ाई के दौरान बच्चों के बाल छोटे और साफ होने चाहिए ताकि वे ठीक से एकाग्र हो सकें। उनका मुख्य उद्देश्य गरीब बच्चों की शिक्षा जारी रखने में मदद करना और उन्हें आर्थिक तंगी के कारण स्कूल छोड़ने से रोकना है। वे चाहते हैं कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग के बच्चे भी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकें।
ग्राम पंचायत, स्कूल समिति, अभिभावक और ग्रामीणों ने आशुतोष वैष्णव के इस नेक कार्य की सराहना की है। उनका यह प्रयास निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ में एक बड़ा उदाहरण पेश कर रहा है कि कैसे शिक्षक न केवल शैक्षणिक जिम्मेदारियों से परे जाकर समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। उनकी कहानी 'हमर छत्तीसगढ़' पहल के तीसरे एपिसोड में प्रदर्शित हुई है, जो शिक्षा और सेवा के संयोजन को दर्शाती है।
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