उप्र में बूंदाबांदी की संभावना, कानपुर में 41 के पार पहुंचा तापमान

कानपुर, 06 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में लू के थपेड़ों से जनजीवन प्रभावित हो रहा है और लोग दोपहर में घरों से बाहर निकलने से कतराते हैं। कानपुर में तो तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। भीषण गर्मी और लू के बीच एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मौसम का मिजाज बदलने वाला है। मौसम विभाग का आगामी दो दिन पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश के कुछ जनपदों में स्थानीय स्तर पर बूंदाबांदी की संभावना है।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ निचली और मध्य क्षोभमंडलीय पछुआ हवाओं में एक गर्त के रूप में अपनी धुरी के साथ समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर है, जो लगभग 67 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 32 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में चल रहा है।

पूर्वोत्तर बिहार और आसपास के इलाकों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर बिहार पर चक्रवाती परिसंचरण से निचले स्तर पर गंगीय पश्चिम बंगाल से होते हुए ओडिशा तक फैली हुई है। मराठवाड़ा और आसपास के इलाकों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।

पूर्वोत्तर असम और आसपास के क्षेत्रों पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। मराठवाड़ा से लेकर आंतरिक कर्नाटक तक दक्षिण तमिलनाडु तक एक ट्रफ/हवा का विच्छेदन बना हुआ है। नौ मई से एक ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के पास पहुंच सकता है। मौसम की इन गतिविधियों से एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मौसम में बदलाव होगा और बूंदाबांदी के साथ तेज हवाएं चलेगी। इससे तापमान में गिरावट हो सकती है, लेकिन गर्मी से फिलहाल लोगों को कुछ खास राहत मिलने वाली नहीं है।

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 41.2 और न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 43 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 12 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 5.5 किमी प्रति घंटा रही।

मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों मे हल्के बादल छाए रहने के आसार हैं किन्तु वर्षा की कोई संभावना नहीं है तथा हवाओं की गति सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं।