Chanakya Niti : रंक को राजा और राजा को रंक बना सकती हैं आपकी ये आदतें, क्या आप भी कर रहे हैं इग्नोर?

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News India Live, Digital Desk : हम सब दिन-रात मेहनत करते हैं। सिर्फ इसलिए ताकि हमारा परिवार खुश रहे और घर में कभी पैसों की कमी न हो। लेकिन कई बार आपने देखा होगा कि अच्छा-खासा कमाते हुए भी घर में 'बरकत' (Prosperity) नहीं रहती। पैसा आता तो है, लेकिन टिकता नहीं। या फिर घर में अजीब सी बेचैनी और तनाव का माहौल बना रहता है।

महान विद्वान और कूटनीतिज्ञ आचार्य चाणक्य ने हजारों साल पहले ही इसका जवाब दे दिया था। उनकी चाणक्य नीति कहती है कि घर की बर्बादी बाहर के दुश्मनों से नहीं, बल्कि घर के अंदर की 'बुरी आदतों' से शुरू होती है।

आज हम आपको उन आदतों के बारे में बताएंगे जो चुपके-चुपके आपके सुख-चैन और धन को दीमक की तरह खा जाती हैं। अगर इनमें से कोई भी आदत आपके घर में है, तो उसे तुरंत सुधारने में ही भलाई है।

1. जिस घर में नहीं होता बड़ों का सम्मान
चाणक्य साफ़ कहते हैं कि जिस घर में बड़े-बुजुर्गों का अपमान होता है या जहां महिलाओं की इज्जत नहीं की जाती, वहां लक्ष्मी कभी नहीं ठहरतीं। अगर घर के सदस्य आपस में ऊंची आवाज में बात करते हैं या एक-दूसरे को कड़वे शब्द बोलते हैं, तो समझिए कि आपने दुर्भाग्य को खुद न्योता दिया है। कड़वी वाणी गरीबी का सबसे बड़ा कारण मानी जाती है।

2. बेवजह का क्लेश और झगड़ा
आपने सुना होगा, 'जहाँ सुमति तहं संपति नाना'। यानी जहाँ प्रेम है, वहीँ संपत्ति है। जिस घर में पति-पत्नी बिना बात के लड़ते रहते हैं या सुबह उठते ही घर में चीख-पुकार मचती है, वहां की हवा भी नेगेटिव हो जाती है। ऐसे माहौल में इंसान डिप्रेशन में जाता है और कमाई पर से ध्यान हट जाता है। सुख-शांति के लिए घर का माहौल शांत रखना बेहद जरूरी है।

3. गंदगी में रहने की आदत
माँ लक्ष्मी को सफाई बेहद पसंद है। चाणक्य नीति के अनुसार, जो लोग गंदे कपड़े पहनते हैं, दांत साफ नहीं रखते, या अपने आसपास गंदगी फैलाकर रखते हैं, उनके पास पैसा कभी नहीं रुकता। अगर आपके घर के कोनों में जाले लगे हैं या सामान बिखरा रहता है, तो यह दरिद्रता (Poverty) का संकेत है। आज ही घर को व्यवस्थित करें, फर्क आपको खुद दिखने लगेगा।

4. सूरज निकलने के बाद तक सोना
आजकल की लाइफस्टाइल में यह बहुत आम हो गया है, लेकिन शास्त्रों में इसे बहुत गलत माना गया है। जो इंसान सूर्योदय के बाद भी बिस्तर पर पड़ा रहता है, वो अपनी सेहत के साथ-साथ अपने सौभाग्य को भी सुला देता है। आलस्य इंसान का सबसे बड़ा शत्रु है। सुबह जल्दी उठकर जो इंसान अपने दिन की शुरुआत करता है, सफलता उसके कदम चूमती है।

5. पूजा-पाठ या कृतज्ञता न होना
जरूरी नहीं कि आप घंटों पूजा करें, लेकिन जिस घर में ईश्वर का नाम नहीं लिया जाता या जहां दीपक नहीं जलता, वहां सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) नहीं आ सकती। ऊपरवाले को 'शुक्रिया' कहने की आदत डालिए, इससे मन शांत होता है और घर के वास्तु दोष भी दूर होते हैं।

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