सर्दियों में हड्डियों का दर्द रुला रहा है? बस थाली में जोड़ लें ये 4 हरे पत्ते, यूरिक एसिड पानी बनकर निकल जाएगा

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News India Live, Digital Desk : एक मिनट रुकिए। क्या ठंड बढ़ते ही आपके घुटनों में, एड़ियों में या उंगलियों के जोड़ों में अजीब सी चुभन या दर्द शुरू हो गया है? अगर हां, तो इसे सिर्फ 'ठंड का असर' समझकर इग्नोर न करें। यह आपके शरीर में चुपके से बढ़ रहे Uric Acid का इशारा भी हो सकता है।

सर्दियों में हम पानी कम पीते हैं और तली-भुनी चीजें ज्यादा खाते हैं, जिसका सीधा असर हमारी किडनी पर पड़ता है और यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। लेकिन घबराने की बात नहीं है, प्रकृति ने हमें सर्दियों में ही इसका 'एंटीडोट' यानी इलाज भी दिया है। जी हां, बाज़ार में जो हरी-भरी सब्जियां और साग (Green Leafy Vegetables) लहलहा रहे हैं, वो सिर्फ स्वाद के लिए नहीं हैं, बल्कि आपके जोड़ों के दर्द की दुश्मन हैं।

आइए, बिल्कुल आसान भाषा में समझते हैं कि वो कौन सी हरी सब्जियां हैं जो आपको दवाइयों से दूर रख सकती हैं।

1. बथुआ का साग (Bathua)

अगर आप गांव-देहात से जुड़े हैं, तो 'बथुआ' का नाम जरूर सुना होगा। यह सर्दियों का 'सुपरफूड' है। बथुआ में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर से गंदगी (Toxins) को बाहर निकालते हैं। यूरिक एसिड असल में खून में जमी गंदगी ही तो है। अगर आप हफ्ते में दो बार बथुआ का रायता, पराठा या साग खा लें, तो यूरिक एसिड का लेवल काफी हद तक कंट्रोल में आ सकता है।

2. मेथी (Fenugreek)

मेथी के पराठे तो हम सब शौक से खाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि यह जोड़ों के लिए 'रामबाण' है? मेथी की तासीर गर्म होती है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाले) गुण होते हैं। यूरिक एसिड की वजह से जोड़ों में जो सूजन और अकड़न आती है, मेथी उसे कम करने में मदद करती है। इसे आलू के साथ पकाएं या फिर इसकी रोटी बनाएं—फायदा जरूर मिलेगा।

3. सरसों का साग (Mustard Greens)

"मक्के की रोटी और सरसों का साग"—सिर्फ कहावत नहीं, सेहत का खजाना है। सरसों के पत्तों में भरपूर मात्रा में फाइबर और विटामिन होते हैं। फाइबर पेट साफ रखता है और जब पेट साफ होता है, तो यूरिक एसिड बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। बस ध्यान रहे, इसमें घी और मक्खन थोड़ा हिसाब से डालें!

4. पालक (Spinach) – थोड़ी सावधानी के साथ

अब आप कहेंगे कि पालक में तो 'प्यूरीन' होता है, तो ये क्यों खाएं? देखिए, डॉक्टरों का मानना है कि सब्जियों में पाया जाने वाला प्यूरीन, मीट-मछली या शराब वाले प्यूरीन से अलग होता है। पालक में बहुत सारा पानी और आयरन होता है। अगर आप सीमित मात्रा में इसे खाएं, तो यह शरीर को डिटॉक्स ही करता है। लेकिन अगर आपका यूरिक एसिड बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है, तो डॉक्टर से पूछकर ही पालक खाएं।

5. धनिये की पत्तियां (Coriander Leaves)

सिर्फ सब्जी सजाने के लिए नहीं, बल्कि धनिया को 'डिटॉक्स एजेंट' माना जाता है। सुबह खाली पेट हरे धनिये का पानी पीने से किडनी अच्छी तरह काम करती है और एक्स्ट्रा यूरिक एसिड पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाता है।

एक 'बोनस' टिप (Pro Tip)

हरी सब्जियों के साथ-साथ एक नियम गांठ बांध लें— पानी खूब पिएं! ठंड में प्यास नहीं लगती, लेकिन शरीर को सफाई के लिए पानी चाहिए। दिन भर में कम से कम 2-3 लीटर गुनगुना पानी पिएंगे, तो सब्जियां अपना काम और भी तेजी से करेंगी।

तो दोस्तों, अगली बार जब बाज़ार जाएं, तो इन हरे पत्तों को थैले में जरूर भर लाएं। आपकी सेहत आपके ही हाथों में है!

 

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