BJP's 'Economic HIstory' war: कांग्रेस की विरासत 'लाइसेंस-परमिट-कोटा राज' की - निशिकांत दुबे
News India live, Digital Desk : BJP's 'Economic HIstory' war: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है। दुबे ने राहुल गांधी के "संपत्ति का एक्स-रे और बंटवारा" वाले हालिया बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस की पुरानी आर्थिक नीतियों को निशाने पर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का मतलब ही 'लाइसेंस-परमिट-कोटा राज' है, जिसने देश में आर्थिक असमानता और गरीबी बढ़ाई।
मनमोहन सिंह का पुराना बयान बना आधार
निशिकांत दुबे ने अपनी बात को साबित करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के एक पुराने बयान का हवाला दिया। दुबे के अनुसार, डॉ. मनमोहन सिंह ने जनवरी 2013 के बजट सत्र के दौरान कहा था, "लाइसेंस परमिट कोटा का मतलब ही कांग्रेस है।" दुबे ने इसी बात को लेकर राहुल गांधी पर तंज कसा कि उन्हें अपनी ही पार्टी और परिवार के इतिहास की जानकारी नहीं है।
दुबे ने राहुल गांधी से पूछा कि क्या वे जानते हैं कि मनमोहन सिंह ने ऐसा क्यों कहा था। उन्होंने कहा कि 1970 और 80 के दशक में कांग्रेस द्वारा लाई गई नीतियों, विशेषकर बैंकों का राष्ट्रीयकरण, ने अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से बंद कर दिया था। इसके परिणामस्वरूप देश में लाइसेंस, परमिट और कोटे का एक जटिल जाल फैल गया, जिसने भ्रष्टाचार और अकुशलता को बढ़ावा दिया।
राष्ट्रीयकरण और उसके प्रभाव
बीजेपी सांसद ने याद दिलाया कि कैसे बैंकों के राष्ट्रीयकरण के बाद, मनमोहन सिंह ने ही देश को उस आर्थिक दलदल से बाहर निकाला, जिसे कांग्रेस की पिछली नीतियों ने पैदा किया था। दुबे ने जोर देकर कहा कि अगर कांग्रेस द्वारा लूट का लाइसेंस न दिया गया होता, तो बैंकों को राष्ट्रीयकरण की आवश्यकता ही नहीं पड़ती। उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीयकरण के बाद भारत एक गंभीर आर्थिक संकट में फंस गया था, जिससे निकलने के लिए बाद में उदारीकरण जैसी आर्थिक सुधारों की आवश्यकता पड़ी।
दुबे ने दावा किया कि कांग्रेस की 'समाजवादी' और 'गरीबी हटाओ' के नाम पर लाई गई नीतियों का असली मकसद देश को लाइसेंस-परमिट राज के नाम पर गरीब रखना था, ताकि अमीर लोग ज्यादा अमीर बन सकें और गरीब और गरीब हो सकें। उन्होंने कटाक्ष किया कि मनमोहन सिंह जैसे आर्थिक विद्वान व्यक्ति भी उसी कांग्रेस में रहे हैं, जिसने आर्थिक तंगी पैदा की थी।
निशिकांत दुबे का यह बयान ऐसे समय में आया है जब राहुल गांधी लगातार संपत्ति के समान वितरण और समाज में व्याप्त असमानता को लेकर सरकार पर हमलावर हैं। बीजेपी सांसद के इस बयान से साफ है कि आने वाले दिनों में यह बहस और तेज होने वाली है, जिसमें कांग्रेस के आर्थिक इतिहास को लगातार घेरा जाएगा।
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