Bihar Political News : नीतीश ने अपना काम कर दिया,क्या मोतिहारी सीट पर मंगल पांडेय का टिकट पक्का हो गया है?

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News India Live, Digital Desk:  बिहार की राजनीति में अभी लोकसभा चुनाव को लेकर भले ही कोई आधिकारिक घोषणा न हुई हो, लेकिन पार्टियों के अंदर की खिचड़ी पकनी शुरू हो गई है। ताजा हलचल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खेमे से है, जहां पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और पार्टी के कद्दावर नेता मंगल पांडेय के एक बयान ने सियासी गलियारों में नई चर्चा छेड़ दी है। उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया है जिससे लग रहा है कि एनडीए में सीट शेयरिंग से पहले ही मोतिहारी सीट पर बीजेपी का उम्मीदवार लगभग तय हो गया है।

यह पूरा मामला तब सामने आया जब मंगल पांडेय पूर्वी चंपारण के दौरे पर थे। वहां मीडिया से बातचीत के दौरान जब उनसे सीट शेयरिंग और मोतिहारी से उनकी उम्मीदवारी को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने बड़े ही सधे हुए अंदाज में इसका जवाब दिया।

क्या कहा मंगल पांडेय ने?

मंगल पांडेय ने कहा, "अब हम लोग भी अपना काम शुरू कर देंगे।" जब उनसे पूछा गया कि 'हम लोग' से उनका क्या मतलब है, तो उन्होंने साफ किया, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना काम कर दिया है और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी भी अपना काम करेंगे। हमलोग भी अपने स्तर से अपना काम शुरू कर देंगे।"

उनके इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। "नीतीश ने अपना काम कर दिया है" कहने का मतलब संभवतः यह है कि जेडीयू की तरफ से चीजें स्पष्ट हो चुकी हैं। अब बारी बीजेपी और एनडीए के अन्य सहयोगियों की है। लेकिन सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने इशारों-इशारो में अपनी तैयारी शुरू करने की बात कह दी।

क्या मौजूदा सांसद का कटेगा टिकट?

मंगल पांडेय का यह बयान इसलिए भी अहम हो जाता है क्योंकि मोतिहारी (पूर्वी चंपारण) सीट से फिलहाल बीजेपी के ही राधामोहन सिंह सांसद हैं, जो एक बहुत वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री भी हैं। मंगल पांडेय के इस तरह सक्रिय होने और तैयारी शुरू करने की बात कहने से यह कयास तेज हो गए हैं कि क्या इस बार बीजेपी यहां कोई नया चेहरा उतारने की सोच रही है? क्या राधामोहन सिंह का टिकट कट सकता है?

हालांकि, मंगल पांडेय ने साफ कहा कि सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला एनडीए का शीर्ष नेतृत्व करेगा। लेकिन उनकी सक्रियता और आत्मविश्वास से भरपूर बयान यह संकेत दे रहा है कि मोतिहारी को लेकर बीजेपी के अंदर कुछ न कुछ जरूर चल रहा है और इस दौड़ में वह खुद को एक मजबूत दावेदार मानकर चल रहे हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि एनडीए की सीट शेयरिंग का ऊंट किस करवट बैठता है और मोतिहारी का टिकट किसके खाते में जाता है।

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