Bihar Police : पटना सिविल कोर्ट में उस दिन क्या हुआ था, जब एक ईमेल ने खाली करा दिया पूरा परिसर
News India Live, Digital Desk: अदालत... एक ऐसी जगह जहाँ हमेशा भीड़, शोर और इंसाफ़ की जद्दोजहद चलती रहती है। लेकिन आज बिहार की राजधानी पटना के सिविल कोर्ट में एक अजीब सा सन्नाटा और डर का माहौल था। एक गुमनाम धमकी ने इस कदर दहशत फैला दी कि जज, वकील और आम लोग, सब अपना काम छोड़कर जान बचाने के लिए बाहर की सड़कों पर आ गए।
धमकी भरा ईमेल और कोर्ट में मची भगदड़
कहानी शुरू हुई एक ईमेल से। रोज़ की तरह ही कोर्ट का कामकाज चल रहा था, तभी ज़िला जज को एक ईमेल मिला। उस ईमेल में लिखा था कि कोर्ट परिसर के अंदर बम रखा हुआ है। यह ख़बर जैसे ही बाहर आई, पूरे कोर्ट में हड़कंप मच गया। कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले ही लोगों में भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।
जज अपनी कुर्सी छोड़कर भागे, वकील अपने बहस के कागज़ात वहीं फेंककर बाहर की तरफ दौड़े और मुवक्किल अपनी तारीख़ भूलकर सिर्फ़ अपनी जान बचाने की फ़िक्र में लग गए। देखते ही देखते, पूरा का पूरा विशाल कोर्ट परिसर मिनटों में खाली हो गया। बाहर सड़क पर वकीलों और आम लोगों का जमघट लग गया, हर किसी के चेहरे पर एक अनजाना ख़ौफ़ साफ़ नज़र आ रहा था।
मौके पर पहुँची बम निरोधक दस्ता और पुलिस
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस फ़ौरन हरकत में आई। भारी संख्या में पुलिस बल, बम को निष्क्रिय करने वाली एक्सपर्ट टीम (बम निरोधक दस्ता) और खोजी कुत्तों (डॉग स्क्वॉड) को लेकर कोर्ट परिसर पहुँची। पुलिस ने पूरे इलाक़े को अपने घेरे में ले लिया और किसी को भी अंदर जाने की इजाज़त नहीं दी।
इसके बाद शुरू हुआ तलाशी का एक लंबा दौर। टीम ने कोर्ट के हर एक कमरे, हर गलियारे और चप्पे-चप्पे की तलाशी ली। यह तलाशी घंटों तक चली। इस दौरान बाहर खड़े लोगों की साँसें अटकी रहीं। हर कोई बस यही दुआ कर रहा था कि यह सिर्फ़ एक मज़ाक़ हो, कोई झूठी अफ़वाह हो।
राहत की साँस, जब अफ़वाह निकली धमकी
घंटों की कड़ी मेहनत के बाद, पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने आख़िरकार ऐलान किया कि कोर्ट परिसर में कोई बम नहीं मिला है और यह धमकी पूरी तरह से झूठी थी। यह सुनते ही लोगों ने राहत की साँस ली।
हालांकि, इस झूठी धमकी ने पूरे दिन के लिए कोर्ट के कामकाज को ठप कर दिया, जिससे सैकड़ों ज़रूरी मामलों की सुनवाई टल गई। पुलिस अब उस ईमेल को भेजने वाले की तलाश में जुट गई है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस तरह की दहशत फैलाने के पीछे कौन था और उसका मक़सद क्या था।
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