Bihar Crime News : बिहार का वो पुलिस स्टेशन जहाँ इंसानियत हार गई और दरिंदगी जीत गई

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News India Live, Digital Desk: सोचिए, एक बच्चा खिलौने और किताबों की दुनिया से निकलकर पुलिस स्टेशन पहुँचता है। मन में शायद थोड़ी घबराहट हो, लेकिन एक भरोसा भी कि ये जगह सबसे महफूज है। लेकिन अगर उसी जगह पर उसकी मासूमियत के साथ ऐसा कुछ हो जाए जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती, तो आप क्या कहेंगे?

बिहार से एक ऐसी ही दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ एक पुलिस स्टेशन के अंदर ही एक बच्चे के साथ दरिंदगी की गई। ये कोई आम अपराध नहीं है, ये भरोसे का कत्ल है। ये उस वर्दी पर एक ऐसा दाग है जिसे धोना शायद मुमकिन न हो।

क्या हुआ था उस दिन?

मामला तब सामने आया जब एक 11 साल का बच्चा सहमा और रोता हुआ अपने घर पहुँचा। उसके माता-पिता ने जब कुरेदकर पूछा तो जो सच्चाई सामने आई, उसने उनके पैरों तले जमीन खिसका दी। बच्चे ने बताया कि पुलिस स्टेशन में ही एक जमादार (पुलिसकर्मी) ने उसके साथ गलत काम किया है।

ये सुनकर परिवार और आसपास के लोग सन्न रह गए। जिस पुलिस पर समाज की सुरक्षा का जिम्मा है, उसी का एक नुमाइंदा अगर बच्चों के साथ ऐसी हैवानियत करने लगे तो इंसानियत कहाँ बचेगी? लोगों का गुस्सा फूटना लाजिमी था। देखते ही देखते भीड़ पुलिस स्टेशन पर जमा हो गई और हंगामा शुरू हो गया। परिवार वाले सिर्फ और सिर्फ इंसाफ की मांग कर रहे थे, और उनकी मांग बिल्कुल जायज थी।

एक सवाल जो सबको पूछना चाहिए

ये घटना सिर्फ एक खबर नहीं है, ये हमारे समाज के लिए एक गंभीर सवाल है। हम अपने बच्चों को क्या सिखाएं? उन्हें किस पर भरोसा करने को कहें? जब रक्षक ही भक्षक बन जाए, तो न्याय की उम्मीद किससे की जाए? ये घटना दिखाती है कि हमारे सिस्टम में कितनी बड़ी खामी है, जहाँ वर्दी की आड़ में ऐसे घिनौने काम हो जाते हैं।

इस मामले में बच्चे के परिवार की शिकायत पर आरोपी जमादार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। लेकिन सवाल ये है कि क्या सिर्फ केस दर्ज हो जाना काफी है? क्या उस बच्चे के मन पर लगे जख्म कभी भर पाएंगे? इस घटना ने न सिर्फ एक बच्चे के बचपन को छीना है, बल्कि समाज के भरोसे को भी गहरी चोट पहुँचाई है। जरूरी है कि इस मामले की तेजी से और निष्पक्ष जांच हो और दोषी को ऐसी सजा मिले जो एक मिसाल बने, ताकि भविष्य में कोई और वर्दीवाला ऐसी हिम्मत न कर सके।

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