बिहार पंचायत चुनाव में बड़ा बदलाव अब ठप्पा नहीं, बटन दबेगा 2026 में पहली बार होगा ये काम

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News India Live, Digital Desk : हर पाँच साल पर जब गाँव की सरकार चुनने का वक्त आता है, तो पूरा माहौल बदल जाता है। चौक-चौराहों पर चाय की चुस्कियों के साथ बस यही चर्चा होती है कि इस बार मुखिया कौन बनेगा? लेकिन 2026 में होने वाले पंचायत चुनाव में आपको एक बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

पुराने जमाने की वो 'बैलेट पेपर' वाली वोटिंग और 'ठप्पा' लगाने वाला झंझट अब खत्म होने जा रहा है। खबर है कि 2026 का बिहार पंचायत चुनाव पूरी तरह से EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) से कराया जाएगा।

6 पदों के लिए 6 मशीनें?

अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें नई बात क्या है? विधानसभा और लोकसभा में तो हम EVM से ही वोट देते हैं। लेकिन ठहरिए, पंचायत चुनाव थोड़ा अलग होता है। यहाँ आपको एक नहीं, बल्कि 6 अलग-अलग प्रतिनिधियों को चुनना होता है:

  1. मुखिया
  2. सरपंच
  3. वार्ड सदस्य
  4. पंच
  5. पंचायत समिति सदस्य
  6. जिला परिषद सदस्य

इस बार खास बात यह है कि वोटर को 6 अलग-अलग जगहों पर (या 6 यूनिट्स में) बटन दबाना पड़ सकता है। यानी पोलिंग बूथ के अंदर आपको थोड़ा ज्यादा वक्त बिताना पड़ेगा और ध्यान रखना होगा कि आप सही निशान के आगे ही बटन दबा रहे हैं।

बैलेट पेपर की विदाई क्यों?

पहले होता ये था कि कुछ पदों के लिए EVM और कुछ के लिए (जैसे पंच और सरपंच) बैलेट पेपर का इस्तेमाल होता था। इससे गिनती में बहुत समय लगता था और अक्सर 'अमान्य वोट' (Invalid Votes) को लेकर झगड़े होते थे। कई बार ठप्पा सही जगह नहीं लगने से वोट बेकार हो जाता था।

EVM आने से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि रिजल्ट बहुत जल्दी आएगा और वोटों की गिनती में गड़बड़ी की गुंजाइश कम हो जाएगी।

चुनौती भी कम नहीं है

भले ही यह कदम डिजिटल और हाईटेक हो, लेकिन गांव के बुजुर्ग वोटरों के लिए यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है। एक साथ 6 मशीनों (या बटनों) का सही इस्तेमाल करना सबके लिए आसान नहीं होगा। प्रशासन के सामने भी चुनौती होगी कि वो लोगों को जागरूक करें ताकि कोई कन्फ्यूजन न रहे।

तो भैया, तैयार हो जाइए। अगली बार जब आप अपने गाँव वोट डालने जाएंगे, तो हाथ में मुहर नहीं, बल्कि उंगली से बटन दबाकर अपनी सरकार चुनेंगे। यह बिहार के लिए एक ऐतिहासिक बदलाव होने वाला है!

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